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लखनऊ में कन्हैया कुमार का जमकर विरोध, लिटरेरी फेस्टिवल रद

जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार का जोरदार विरोध हुआ। कन्हैया कुमार लिटरेरी फेस्टिवल में अपनी किताब 'बिहार से तिहाड़' तक पर चर्चा करने के लिए पहुंचे थे।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 11 Nov 2017 11:25 AM (IST)Updated: Sat, 11 Nov 2017 01:41 PM (IST)
लखनऊ में कन्हैया कुमार का जमकर विरोध, लिटरेरी फेस्टिवल रद
लखनऊ में कन्हैया कुमार का जमकर विरोध, लिटरेरी फेस्टिवल रद

लखनऊ (जेएनएन)। अपने बयानों के कारण लोगों की किरकिरी बने दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को लखनऊ में कल जोरदार विरोध झेलना पड़ा। कन्हैया कुमार यहां लिटरेरी फेस्टिवल में शामिल होने आए थे। इस विरोध के बाद जिला प्रशासन ने लिटरेरी फेस्टिवल को रद कर दिया है। 

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लिटरेरी फेस्टिवल में कल एसिड अटैक पीडि़तों की तरफ से चलाए जा रहे शिरोज कैफे में कल जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार का जोरदार विरोध हुआ। कन्हैया कुमार लिटरेरी फेस्टिवल में अपनी किताब 'बिहार से तिहाड़' तक पर चर्चा करने के लिए पहुंचे थे। इसके विरोध में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) और अखिल भारतीय विद्यार्थी फेस्टिवल (एबीवीपी) के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। इतना ही नहीं कन्हैया समर्थकों और विरोध करने वालों के बीच हाथापाई भी हुई। 

कई हिंदूवादी व सामाजिक संगठनों के युवा पहुंचे और कन्हैया को देशद्रोही बताते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ लोगों ने कन्हैया को काले झंडे दिखाने के साथ प्रदर्शन भी किया। यह हंगामा इतना बढ़ा कि एसिड अटैक पीडि़ताओं ने घेरा बनाकर कन्हैया कुमार को बचाया। 

मामला बढ़ता देखकर किसी ने पुलिस को सूचना दी। हंगामे की सूचना पाकर मौके पर पहुंची गोमतीनगर और विभूति खंड थाने की पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को किसी तरह काबू किया। एसओ गोमतीनगर के मुताबिक कन्हैया कुमार को कार्यक्रम से निकालकर सुरक्षित बाहर ले जाया गया। 

इस हंगामे के बाद कन्हैया कुमार ने कहा कि वे देशद्रोही नहीं हैं। स्वतंत्रता सेनानी के खानदान से आते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें गोली भी मार दी जाएगी तब भी वे संघर्ष के मैदान से नहीं हटेंगे।

इस हंगामे के बाद जिला प्रशासन ने कहा कि कार्यक्रम में शामिल होने वाले अतिथियों की सूची में कन्हैया कुमार और शत्रुघ्न सिन्हा का आना शामिल नहीं था। प्रशासन ने इसे अनुमति के शर्तों का उल्लंघन मानते हुए लिटरेरी फेस्टिवल के आगे के कार्यक्रम पर रोक लगा दी। देर शाम कल इस कार्यक्रम में हंगामे के बाद जिला प्रशासन ने लखनऊ लिटरेरी फेस्टिवल को रद कर दिया।

अपर जिलाधिकारी ट्रांसगोमती अनिल कुमार का कहना है कि आयोजन समिति ने आने वाले मेहमानों की जानकारी छिपाई थी।

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कन्हैया कुमार से विरोध के बाद विवाद के चलते गोमतीनगर में एक निजी संस्था के लिटरेरी फेस्टिवल पर प्रशासन ने रोक लगा दी। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने निकाय चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था को देखते हुए आगे कार्यक्रम की अनुमति रद करने का आदेश जारी किया। 

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डीएम का कहना है कि आयोजकों ने भ्रामक जानकारी देकर आयोजन की अनुमति हासिल की थी। इस बाबत आयोजकों को नोटिस भी जारी की जाएगी।

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जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि जिन शर्तों पर कार्यक्रम की अनुमति ली गई थी उसका उल्लंघन किया गया। जिस वजह से आगे का कार्यक्रम रद कर दिया गया। कार्यक्रम के संयोजक शमीम ए आरजू ने कहा कि वे ओवैसी का कार्यक्रम फेसबुक पर लाइव करेंगे।


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