KGMU की डेंटल फैकल्टी में सीनियर छात्राओं ने जूनियर की रैगिंग
बीडीएस तृतीय वर्ष की छात्राओं ने अपने बीडीएस फाइनल वर्ष की छात्राओं पर रैगिंग लेने का आरोप लगाया है। डीन डॉ. मोहम्मद शादाब ने शुरू कर दी है जांच।
लखनऊ(जेएनएन)। केजीएमयू में रैगिंग के एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं। अब ताजा मामला डेंटल फैकल्टी का है। यहां इस बार सीनियर छात्राओं ने जूनियर छात्राओं की रैगिंग ली है। यह पहला मामला है जब लड़कियों पर रैगिंग के आरोप लगे हैं। इस घटना से केजीएमयू प्रशासन भी सन्न है। फिलहाल डेंटल फैकल्टी के डीन डॉ. शादाब मोहम्मद को मामले की जांच सौंप दी गई है। वह सीनियर व जूनियर छात्राओं से जल्द बयान लेंगे।
केजीएमयू की डेंटल फैकल्टी में बीडीएस तृतीय वर्ष की छात्राओं ने अपने बीडीएस फाइनल वर्ष की छात्राओं पर रैगिंग लेने का आरोप लगाया है। फिलहाल चीफ प्रॉक्टर प्रो. आरएएस कुशवाहा ने मामले की जांच तत्काल डीन को सौंप दी। प्रथम दृष्टया ड्यूटी को लेकर हुए झगड़े की बात भी सामने आ रही है।
केजीएमयू करवा रहा मामले की दोहरी जांच : केजीएमयू ने सीनियर छात्रओं द्वारा अपनी जूनियर छात्रओं की रैगिंग लेने की शिकायत की दोहरी जांच करवाने का निर्णय लिया है। इसकी जांच डेंटल फैकल्टी के डीन प्रो. शादाब मोहम्मद के साथ-साथ डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. जीपी सिंह की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है।
चक्रवर्ती हॉस्टल में शोपीस बने सीसी कैमरे : चक्रवर्ती हॉस्टल में एमबीबीएस के जूनियर छात्र रहते हैं। इसमें लगाए गए सीसी कैमरे सिर्फ 24 घंटे की रिकार्डिग ही कर पा रहे हैं। एक दिन के बाद रिकॉर्ड सेव नहीं रहता। जबकि हॉस्टल में कम से कम ऐसे कैमरे लगने चाहिए जिसमें एक महीने की रिकार्डिग सुरक्षित रह सके। यहां से लगातार सीनियर द्वारा रैगिंग लेने की शिकायत सामने आ रही है।
हिदायतों के बाद भी रैगिंग की घटनाएं नहीं थम रहीं
केजीएमयू में रैगिंग की घटनाएं नहीं थम रहीं। बीते आठ अक्टूबर को एमबीबीएस फस्र्ट ईयर के छात्रों ने यूजीसी के एंटी रैगिंग सेल से शिकायत की। इसके बाद केजीएमयू ने छह सीनियर छात्रों को सस्पेंड किया तो उन्होंने फिर जूनियर छात्रों को धमकाया। इससे पहले सितंबर में जूनियर छात्रों से रैगिंग करने के मामले में एमबीबीएस 2017 बैच के सभी छात्रों पर एक-एक हजार रुपये जुर्माना ठोंका गया था।