Jagran Impact: तीस दिन बाद बुजुर्ग महिला के घर आई बिजली, दबाव बनाते रहे बिजली कर्मी; जेई पर कार्रवाई नहीं
दैनिक जागरण में ‘जेई कह रहे बिजली चालू न करे और कारण भी नहीं बता रहे’ शीर्षक से खबर प्रकाशित 26 मई के अंक में की गई थी। मामला वरिष्ठ अभियंताओं के संज्ञान में आया तो आनन-फानन में कनेक्शन जोड़ दिया गया।
लखनऊ, जागरण संवाददाता: तीस दिनों से मीटर लगने के बाद भी बिना बिजली के रह रही, महिला की बिजली विभाग ने कनेक्शन जोड़कर शुक्रवार को चालू कर दी। दैनिक जागरण में ‘जेई कह रहे बिजली चालू न करे और कारण भी नहीं बता रहे’ शीर्षक से खबर प्रकाशित 26 मई के अंक में की गई थी। मामला वरिष्ठ अभियंताओं के संज्ञान में आया तो आनन-फानन में कनेक्शन जोड़ दिया गया और अवर अभियंता जो इस पूरे मामले में मुख्य रूप से दोषी थे, उनके खिलाफ जिम्मेदार अभियंताओं ने कोई कार्रवाई नहीं की है। अभी तक अवर अभियंता ने कनेक्शन क्यों नहीं जोड़ा, इसका जवाब तक नहीं दिया है।
वहीं सर्किल चार के अधीक्षण अभियंता एमपी सिंह ने बताया कि जेई के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सेस तृतीय के अधिशासी अभियंता घनश्याम त्रिपाठी को लिखा गया है। अब देखना है कि जेई को जिम्मेदार बचाते हैं या फिर कार्रवाई करते हैं। क्योंकि बिजली कनेक्शन अगर कोई आपत्ति नहीं है तो सात दिन के भीतर देना अनिवार्य है।
वहीं विद्युत नियामक आयोग द्वारा लागू कानून के मुताबिक घरेलू कनेक्शन के विलंब पर पचास रुपये प्रति दिन के हिसाब से देने का नियम है, क्या यहां आयोग की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा?
जेई की लापरवाही से वरिष्ठ नागरिक रामावती पिछले तीन माह से परेशानी थी। बुजुर्ग महिला ने दैनिक जागरण को धन्यवाद दिया है, वहीं अभियंताओं से आग्रह किया है कि नागरिकों के मौलिक अधिकारों का हनन न करे।
यह पूरा मामला सेस तृतीय खंड के अंतर्गत आने वाले मोहनलालगंज का है। मऊ की राजाखेड़ा निवासी वृद्ध रामावती के मुताबिक गुरुवार शाम से ही बिजली कर्मी यह दबाव बना रहे थे कि लिखकर दे दो कि घर बंद था, अन्यथा जेई का नुकसान हो जाएगा।
पारा में बिजली संकट को लेकर जेई हटा
आरडीसओ उपकेंद्र से पोषित देवपुर पारा के गायत्री नगर सहित एक अन्य मोहल्ले में बिजली संकट 62 घंटे तक होने के मामले में जेई विनय कुमार को हटा दिया गया है। जेई को हटाकर प्रवर्तन दल में भेजा गया है। वहीं मनोज यादव को आरडीएसओ उपकेंद्र का नया जेई बनाया गया है। यह जानकारी अधिशासी अभियंता एमके अहिरवार ने दी है।