BJP विधायकों की शिकायतों को मिलने लगी अहममियत, संभल व बहराइच के एसपी का तबादला
अब प्रदेश सरकार जनप्रतिनिधियों की सिफारिश पर भी ध्यान देने लगी है। संभल के साथ ही बहराइच के एसपी का तबादला इन जिले के विधायकों की सिफारिश पर किया गया है।
लखनऊ (जेएनएन)। गोरखपुर तथा इलाहाबाद के फूलपुर लोकसभा उप चुनाव में मिली हार के बाद से प्रदेश सरकार की कार्यशैली में काफी बड़ा बदलाव आया है। अब प्रदेश सरकार जनप्रतिनिधियों की सिफारिश पर भी ध्यान देने लगी है।
संभल के साथ ही बहराइच के एसपी का तबादला इन जिले के विधायकों की सिफारिश पर किया गया है। विधायकों की बात को अहमियत न देने वाले इन जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ ही 36 आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है। इनके उन्नाव की एसपी भी हैं। जहां पर विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के कृत्य के कारण सरकार की काफी फजीहत हुई है।
संभल के एसपी रमाशंकर छवि का तबादला करने की कुछ दिन पहले ही जिले की गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक अजीत कुमार उर्फ राजू यादव ने सिफारिश की थी। विधायक ने 16 अप्रैल को इस संबंध में बकायदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी भी लिखी थी। जिसमें उन्होंने एसपी पर भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया था।
मुख्यमंत्री को भेजी गई इस चिट्ठी में अजीत कुमार ने लिखा था, संभल के पुलिस अधीक्षक रविशंकर छवि का व्यवहार पार्टी व कार्यकर्ताओं के प्रति बहुत खराब है। इनकी मानसिकता पार्टी के विपरीत है। जिस कारण जिले के सभी पुलिसकर्मी उनका अनुसरण करते हुए कार्यकर्ताओं को कोई तवज्जों नहीं देते हैं।
थानों में भ्रष्टाचार का आरोप
भाजपा विधायक ने अपनी चिट्ठी में यह भी लिखा था कि जिले के थानों में भ्रष्टाचार चरम पर है। यहां पर जनता का खुलेआम शोषण हो रहा है। एसपी का अपराध पर भी कोई नियंत्रण नहीं है। निवेदन है कि इनका ट्रांसफर कर किसी ईमानदार एसपी को तैनात करने का कष्ट करें। विधायक अजीत कुमार ने सीएम योगी को यह शिकायती पत्र 16 अप्रैल को लिखा था। जिसके बाद कल शाम जब 36 आईपीएस अफसरों के तबादले की लिस्ट आई तो उसमें संभल एसपी रमाशंकर छवि का भी नाम था। उनका ट्रांसफर आजमगढ़ किया गया है, जबकि आरएम भारद्वाज को संभल की नई जिम्मेदारी दी गई है।
बहराइच के एसपी भी थे विधायक की रडार पर
बहराइच में नानपारा चीनी मिल का प्रकरण तूल पकड़ता गया। कोतवाली में पूर्व विधायक दिलीप वर्मा की बयानबाजी का वीडियो वायरल होने के बाद उनकी पत्नी व नानपारा से भाजपा की विधायक माधुरी वर्मा बचाव में आ गईं। भाजपा विधायक ने कहा कि उनके पति ब्राह्मण विरोधी नहीं हैं। एसपी जुगुल किशोर तो उनको फंसाने की साजिश रच रहे हैं। विधायक ने कहा कि एसपी के तबादले व जीएम की गिरफ्तारी के लिए सीएम से मुलाकात करूंगी। इसके बाद वह लखनऊ में मुख्यमंत्री से मिली थीं।
विधायक ने कहा कि उनके पति दिलीप वर्मा को फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। साजिश जुगल किशोर भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि परमपुर की जिस जमीन के मामले में पति पैरवी कर रहे हैं। वह जमीन ब्राह्मण की ही है। बसपा नेता उसे हड़पने की साजिश रच रहा है। बसपा नेता के इशारे पर चार दिन बाद पति का नाम तहरीर में बढ़ाकर एसपी ने मुकदमा दर्ज कराया है। विधायक ने कहा कि, एसपी के स्थानांतरण और नानपारा चीनी मिल के जीएम की गिरफ्तारी के लिए मुख्यमंत्री से मुलाकात करूंगी। वार्ता हो गई है, समय भी मिला है। माधुरी वर्मा के इस प्रयास के बाद बहराइच के एसपी जुगुल किशोर को एसपी एलआइयू मुरादाबाद के पद पर भेजा गया है।
उत्तर प्रदेश की सरकार ने कल देर शाम 36 आइपीएस अधिकारियों का तबादले किया। इनमें उन्नाव दुष्कर्म कांड के दौरान लापरवाही रहने वाली एसपी पुष्पांजलि देवी का भी नाम शामिल है। उन्नाव दुष्कर्म कांड में उस पीडि़ता की मदद न करने और विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की मदद करने के आरोप में एसआईटी ने जांच एसपी पुष्पांजलि पर उंगली उठाई थी।
मेरठ की एसएसपी मंजिल सैनी का तबादला भी मेरठ के भाजपा नेताओं की नाराजगी के कारण हुआ है। इस तबादले कर हालांकि, उनकी वजह निजी बताई जा रही है, लेकिन माना जा रहा है कि दो अप्रैल को दलित प्रदर्शन के दौरान मेरठ में सबसे ज्यादा हिंसा हुई थी जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है। दो अप्रैल को एससी/एसटी कानून में बदलाव के खिलाफ दलितों ने भारत बंद बुलाया था। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मेरठ, बिजनौर, मुजफ्फरनगर सहित कई जिलों में काफी हिंसा हुई थी।