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इन्वेस्टर्स समिट: लखनऊ पर फिदा होटल कारोबारी,1800 करोड़ रुपये के प्रस्ताव

निवेश के लिहाज से लखनऊ उनकी पहली और आगरा दूसरी पसंद बन कर उभरा है। संख्या के लिहाज से भले लखनऊ ने बाजी मार ली हो, पर निवेश के लिहाज से ताज नगरी का ही पलड़ा भारी है।

By Ashish MishraEdited By: Published: Fri, 02 Feb 2018 12:01 PM (IST)Updated: Fri, 02 Feb 2018 01:06 PM (IST)
इन्वेस्टर्स समिट: लखनऊ पर फिदा होटल कारोबारी,1800 करोड़ रुपये के प्रस्ताव
इन्वेस्टर्स समिट: लखनऊ पर फिदा होटल कारोबारी,1800 करोड़ रुपये के प्रस्ताव

लखनऊ (जेएनएन)। होटल के बड़े कारोबारी लखनऊ पर फिदा हैं। निवेश के लिहाज से लखनऊ उनकी पहली और आगरा दूसरी पसंद बन कर उभरा है। संख्या के लिहाज से भले लखनऊ ने बाजी मार ली हो, पर निवेश के लिहाज से ताज नगरी का ही पलड़ा भारी है।

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21-22 फरवरी को लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित 'इन्वेस्टर्स समिट के लिए अब तक पर्यटन विभाग के पास आए करीब 1800 करोड़ के 11 प्रस्तावों में से सात लखनऊ और चार आगरा के लिए हैं। इनमें से सबसे बड़ा निवेश का प्रस्ताव लीला समूह है। वह आगरा के ताज गंज में 500 करोड़ रुपये की लागत से 100 कमरे की क्षमता वाला 'फाइव स्टार खोलने का इच्छुक है। समूह विकास शुल्क और ब्याज पर छूट चाहता है। इनका प्रस्ताव छह नवंबर का है।

आगरा में 'थीम एडवेंचर एंड रिसार्ट लिमिटेड एडवेंचर, थीम और इंटरटेनमेंट पार्क खोलने का इच्छुक है। समूह की ओर से इसी 27 जनवरी को 100 एकड़ जमीन आवंटित करने की मांग की गई है। लखनऊ के क्लार्क अवध की ओर से मौजूदा होटल को अपग्रेड करने और दो और होटल खोलने के लिए 215 करोड़ रुपये का प्रस्ताव है।

लक्सस हास्पीटलिटी, अमृत बाटलर्स, व्रिज कांस्टक्शन , फार्चुना मोटेल्स एंड होलीडे और अनहिता हास्पीटलिटी लखनऊ में होटल में निवेश करने को इच्छुक हैं। इन सबका निवेश 61 करोड़ से लेकर 205 करोड़ रुपये के बीच हैं। ब्लूमबर्ग इन, सिंसियर डेवलपर का प्रस्ताव आगरा के लिए है। इनका अनुमानित निवेश क्रमश: 215 और 75 करोड़ रुपये का है।

नई पर्यटन नीति न आने से फंसा पेंच

प्रस्तावों के आने का सिलसिला तो जुलाई से ही शुरु हो गया है। निवेशकों ने जहां अड़चन है, उसके बारे में भी लिखा है। मसलन किसी को बैंक के ब्याज में छूट चाहिए तो, किसी को विकास शुल्क। कुछ ने जमीन आवंटित करने की मांग की है। चूंकि अभी नई पर्यटन नीति आयी नहीं है लिहाजा इन सभी प्रस्तावों में पेच फंसा हुआ है।

बुधवार को मुख्यमंत्री ने इन्वेसटर्स समिट की तैयारियों की समीक्षा के दौरान अब तक लंबित विभागीय पालिसियों का संज्ञान लेते हुए जल्दी से इनको कैबिनेट में लाने का निर्देश दिया। अगली कैबिनेट में नई पर्यटन नीति आने की उम्मीद है। कई मसले इसके बाद ही स्पष्ट हो सकेंगे। 


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