ट्रेनर के तौर पर जुड़े, बन गए 'साइना' के लीड एक्टर; अब एक्ट्रेस परिणीति के साथ आएंगे नजर
Saina Nehwal biopic SAINAबैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल की बायोपिक साइना में परिणीति के साथ लखनऊ के ईशान नकवी आएंगे नजर। फिल्म में साइना यानी परिणीति चोपड़ा के पति के रोल में ईशान। एक्टर ने बनाया कैसे मिला फिल्म में रोल।
लखनऊ, जेएनएन। विरासत में खेल की दुनिया जरूर मिली, पर पहचान तो बस मेहनत से बनती है। लखनऊ की गलियों से निकलकर महाराष्ट्र में अंडर-16 और अंडर-19 बैडमिंटन चैंपियन बनने के बाद ईशान नकवी ने अभिनेता के तौर पर अपनी नई पारी शुरू की है। बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल की बायोपिक 'साइना' में वह अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा के साथ लीड एक्टर के तौर पर नजर आने वाले हैं। फिल्म 26 मार्च को रिलीज होगी। लखनऊ आए ईशान ने दैनिक जागरण से अपने अनुभव साझा किए।
Q: खेल खासकर बैडमिंटन से जुड़ाव कैसे हुआ?
A: मैं ऐसे माहौल में पैदा हुआ, जहां चारों तरफ खेल ही था। पिता अशहर नकवी उप्र के प्रख्यात फुटबॉल कोच रहे हैं। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी के पद से रिटायर हुए। बहन पारशा ने खेलना शुरू किया था। बहन को देख मैं भी खेल से जुड़ गया।
Q: खेल के अलावा आपकी संगीत में भी विशेष रुचि है, कुछ इसके बारे में बताइए।
A: लोवर बैक इंजरी हुई थी, बीच-बीच में खेल से ब्रेक लेना पड़ता था। परफॉर्मिंग आट्र्स में रुचि तो बचपन से ही थी। इंजरी के दौरान मैंने म्यूजिक और गिटार बजाना शुरू किया। अपने यूट्यूब चैनल पर पुराने गानों का रीमिक्स वर्जन पेश करना शुरू किया। कई ओरिजनल गाने भी गाए। लोगों ने खूब प्यार दिया। इसी प्यार के कारण धीरे-धीरे क्रिएटिव आट्र्स में कुछ न कुछ बेहतर करने की प्रेरणा मिलती रही।
Q: फिल्म में रोल कैसे मिला?
A: फिल्म साइना के निर्देशक अमोल गुप्ता सर मुंबई में हमारी एकेडमी आए थे। उन्होंने मुझे फिल्म में ट्रेनर के तौर पर लिया। बाद में मेरे काम, संगीत और अभिनय के प्रति लगाव देखकर स्क्रीन टेस्ट लिया और बतौर मुख्य अभिनेता कास्ट कर लिया।
Q: खेल और फिल्मों में क्या मुश्किल लगता है?
A: दोनों बराबर हैं। 12 घंटे आप दिन के खेल में देते हैं, फिल्म में भी इतना या इससे ज्यादा समय देना पड़ता है। शॉट शिद्दत से खेला हो तो, कोई रोक नहीं सकता। यही एक्टिंग के साथ भी है। आप बनावटी कर ही नहीं सकते, कैमरा सब पकड़ लेता है।
Q: आपको प्रेरित कौन करता है?
A: मेरे आदर्श अमोल गुप्ता सर हैं। उनके सोचने और काम करने का तरीका अलग है। मुझे वह बेहद प्रेरित और प्रभावित करते हैं।