Move to Jagran APP

राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान में परोसा जा रहा कीड़े वाला खाना, छात्रों ने किया हंगामा-शिक्षकों को बनाया बंधक

खाने में कीड़ा, संस्थान में ताला। नौ घंटे शिक्षकों को बनाए रखा बंधक, कक्षाएं ठप, वार्डेन हटे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Sep 2018 11:27 AM (IST)Updated: Tue, 11 Sep 2018 11:27 AM (IST)
राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान में परोसा जा रहा कीड़े वाला खाना, छात्रों ने किया हंगामा-शिक्षकों को बनाया बंधक
राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान में परोसा जा रहा कीड़े वाला खाना, छात्रों ने किया हंगामा-शिक्षकों को बनाया बंधक

लखनऊ(जागरण संवाददाता)। राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान में छात्रों को घटिया खाना परोसा जा रहा है। पूड़ी-रोटी से लेकर दाल-सब्जी तक में कीड़े निकल रहे हैं। ऐसे में गुस्साए सैकड़ों छात्रों ने गेट से लेकर कक्षाओं तक तालाबंदी कर दी। नौ घंटे तक शिक्षकों भी बंधक बनाए रखा। गोमती नगर स्थित संस्कृत संस्थान में सुबह साढ़े आठ बजे छात्रों को नाश्ते में कचौड़ी दी गई। इस दौरान कई में कीड़ा निकला। मेस के खाने में बार-बार कीड़ा निकलने व गंदगी पर छात्र आक्रोशित हो गए। लामबंद छात्रों ने सुबह नौ बजे मुख्य गेट में ताला डाल दिया। इसके बाद कक्षाओं के साथ-साथ हॉस्टल के कमरों में भी तालाबंदी कर दी। छात्रों ने गेट से लेकर मुख्य भवन तक संस्थान में रैली निकाली। साथ ही व्याप्त अव्यवस्थाओं पर नारेबाजी की। छात्रों ने शिक्षकों को भी रखा भूखा :

loksabha election banner

सोमवार को संस्थान के प्रधानाचार्य अवकाश पर थे। वहीं सवा तीन सौ छात्रों का गुस्सा देखकर शिक्षक भी सहम गए। सुबह नौ बजे से पांच बजे तक करीब आठ घंटे शिक्षक परिसर में ही कैद रहे। छात्रों ने खाना नहीं खाया, न ही शिक्षकों को बाहर निकलने दिया। ऐसे में सुबह आए शिक्षक शाम तक भूखे रहे।

सभी कक्षाओं में रहा बहिष्कार :

छात्र मेस में घटिया खाना, हॉस्टल में गंदगी, पानी की समस्या, ग्राउंड में झाड़ियां हटाने समेत सभी मांगों को लेकर डटे रहे। वहीं एक छात्र ने मामले की जानकारी कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक को भी दी।

दोपहर 12 बजे आता है पानी :

छात्र निरंज कुमार, मदन मोहन, लवकेश, विशाल, अभिषेक ने कहा कि संस्थान में छात्रों की समस्याओं को नजरंदाज किया जा रहा है। पानी दोपहर 12 बजे आता है। ऐसे में तमाम छात्र नहा नहीं पाते हैं, जबकि हर छात्र से प्रत्येक वर्ष 18,300 रुपये लिए जा रहे हैं। क्या कहते हैं कार्यवाहक प्राचार्य ?

राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. लोकमान्य मिश्रा के मुताबिक, वार्डेन को हटा दिया गया है। खाने की गुणवत्ता समेत छात्रों की सभी दिक्कतों को जल्द दूर किया जाएगा। छात्रों को बुलाकर उनसे समस्याओं से जुड़ा पत्र लिया गया है, उस पर कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.