लारी कार्डियोलॉजी के खाने में मिली थी मक्खी, KGMU प्रशासन करेगा जांच
भर्ती मरीज बैजनाथ के खाने में निकली मक्खी। कार्रवाई करने के बजाए डॉक्टरों ने दी इलाज न करने की धमकी।
लखनऊ, जेएनएन। लारी कार्डियोलॉजी में मरीज के खाने में मक्खी निकलने के मामले की जांच केजीएमयू करवाएगा। उसने इस घटना को गंभीरता से लिया है। केजीएमयू के सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार ने बताया कि जांच के आदेश दिए गए हैं। इसकी जांच में एनॉटमी विभाग के डॉ. पुनीत मानिक के अलावा डॉ. बालेंदु प्रताप सिंह और एक डाइटीशियन को शामिल किया गया है। गौरतलब है कि लॉरी कार्डियोलॉजी में भर्ती मरीज के खाने में गुरुवार को मक्खी निकली। मरीज ने इसकी शिकायत जब डॉक्टर व कर्मचारियों से की तो जिम्मेदार पर कार्रवाई की बजाए इलाज न करने के लिए धमकाने लगे।
बीते गुरुवार को लारी कार्डियोलॉजी में भर्ती रायबरेली के मरीज बैजनाथ को परोसे गए खाने में सब्जी में मक्खी निकली थी। इसकी उन्होंने यहां कर्मचारी व डॉक्टरों से शिकायत की तो उल्टा वह उन्हें ही इलाज न करने के लिए धमकाने लगे। मामला सुर्खियों में आया तो केजीएमयू प्रशासन बैकफुट पर आया।
ये है पूरा मामला
दरअसल, रायबरेली निवासी बैजनाथ को हृदय रोग है। इसे देखते हुए बीती बुधवार को उन्हें लारी कार्डियोलॉजी में भर्ती करवाया गया। गुरुवार शाम संस्था के कर्मचारियों द्वारा यहां पर खाना बांटा गया। बैजनाथ को मिले भोजन में सब्जी में मक्खी निकल आई। इसे लेकर बैजनाथ के परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। परिसर में अन्य मरीज भी सहम गए। केजीएमयू के मीडिया इंचार्ज प्रो. संतोष कुमार का कहना है कि अगर मरीज ने शिकायत की है तो मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
सिविल अस्पताल के खाने में निकला था कीड़ा
बता दें, 13 फरवरी को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में एक दिव्यांग लावारिस मरीज के खाने में कीड़ा निकला था। आसपास के तीमारदारों की शिकायत के बाद आनन-फानन मरीज की थाली को वहां से उठा लिया गया। अस्पताल प्रशासन द्वारा मामले को दबा रहा है। वहीं, सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. हिम्मत सिंह दानू का कहना था कि मरीज के खाने में कीड़ा नहीं था, मैंने खुद खाना मंगवाकर चेक किया। खाने में भुना हुआ प्याज पड़ा था। कीड़ा होने की बात भ्रामक है। अराजक तत्व अस्पताल को बदनाम कर रहे हैं, मामले की जांच करवाई जाएगी।