यूपी में कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमित मरीज अलग वार्ड में होंगे भर्ती, सैंपल की होगी जींस सीक्वेंसिंग
यूके में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश में संक्रमण न फैलने देने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं। नौ दिसंबर के बाद यूके से लौटे लोगों को अनिवार्य रूप से कोराना टेस्ट कराना होगा।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। यूनाइटेड किंगडम (यूके) में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश में संक्रमण न फैले इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं। इसके लिए यूके से लौटे यात्रियों को दो वर्गों में बांटा गया है। पहला 23 नवंबर से लेकर आठ दिसंबर तक लौटे यात्री। इन सभी को सर्विलांस के तहत 28 दिनों तक कोविड कमांड सेंटर एंड कंट्रोल रूम की निगरानी में रखा जाएगा और कोरोना के लक्षण प्रकट होने पर आरटीपीसीआर जांच होगी।
नौ दिसंबर के बाद यूपी लौटे सभी यात्रियों को 28 दिनों के सर्विलांस के साथ-साथ अनिवार्य रूप से सभी की कोरोना की आरटीपीसीआर जांच करानी होगी। ऐसे लोगों के सैंपल की जीनोमिक सीक्वेंसिंग भी होगी और पता लगाया जाएगा कि क्या यह कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमित है या नहीं। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर इन्हें कोविड-19 अस्पताल में बनाए गए अंतरराष्ट्रीय यात्री वार्ड में भर्ती किया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद की ओर से शासनादेश जारी कर दिया गया है। कोविड-19 के अंतरराष्ट्रीय यात्री वार्ड में भर्ती मरीजों की 14 दिन बाद फिर आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी और यह निगेटिव आती है तो फिर 24 घंटे में दो जांचें और कराई जाएंगी, यदि यह भी निगेटिव आती हैं तो इन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
साथ ही यूके से लौटे यात्रियों के घर पर अनिवार्य रूप से पोस्टर लगाया जाएगा। इनके परिवार व संपर्क में आए लोगों को भी होम क्वारंटाइन या फिर इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रहना होगा। संपर्क में आए लोगों में कोरोना के लक्षण मिलने पर तत्काल जांच कराई जाएगी। संपर्क में आए लक्षण विहीन लोगों को आइवरमेक्टिन दवा खिलाई जाएगी और संपर्क के पांचवें दिन से लेकर दसवें दिन के बीच इनकी जांच होगी। पॉजिटिव पाए जाने पर कोविड-19 के लेवल टू व लेवल थ्री के अस्पतालों में बनें अंतरराष्ट्रीय यात्री वार्ड में भर्ती कराए जाएंगे।
लंदन से लखनऊ 264 लोग लौटे, बाहर घूमने पर रोक : ब्रिटेन में फैले कोरोना वायरस-स्ट्रेन-टू का लखनऊ में खौफ बढ़ गया है। यहां लंदन से 264 यात्री लौटे आए हैं। इन सभी के बाहर घूमने पर रोक लगा दी गई है। वहीं उनकी व संपर्क में आए लोगों का कोरोना टेस्ट भी शुरू कर दिया गया है। इन यात्रियों को 28 दिनों तक घर में क्वारंटाइन रहने की सलाह दी गई है। महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. डीएस नेगी का कहना है कि अभी यात्रियों का डाटा जिलावार तैयार किया जा रहा है। शनिवार तक यह अंतिम रूप से अपडेट होगा।
कोरोना से संक्रमित 1,166 नए रोगी मिले : उत्तर प्रदेश में गुरुवार को कोरोना के 1,166 नए रोगी मिले और इससे ज्यादा 1,183 लोग स्वस्थ हुए। इस बीच कोरोना से 23 और लोगों की मौत हो गई। अब तक प्रदेश में कुल 5.78 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं, जिसमें 5.54 लाख रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। अब रिकवरी रेट 95.75 प्रतिशत है।
अब तक 14.97 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग : स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अभी तक 14.97 करोड़ लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जा चुकी है। ई-संजीवनी पोर्टल की मदद से डॉक्टरों से ऑनलाइन परामर्श लेने वाले भी लगातार बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटे में 4,584 लोगों ने ई-परामर्श लिया। अभी तक प्रदेश में 3.08 लाख लोग इस पोर्टल की मदद से ई-परामर्श ले चुके हैं। गुरुवार को 1.40 लाख लोगों की कोरोना जांच की गई। अभी तक प्रदेश में कुल 2.29 करोड़ लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है।
एक महीने में 32 प्रतिशत कम हुए कोरोना रोगी : प्रदेश में बीते एक महीने के दौरान कोरोना मरीजों में करीब 32 फीसद की कमी आई है। एक महीने पहले कोरोना के एक्टिव केस 23,928 थे और अब गुरुवार को यह घटकर 16,299 रह गए हैं। एक महीने में 7,629 मरीज कम हुए हैं। स्वस्थ होने वाले रोगियों की संख्या अब तेजी से बढ़ रही है।
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