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पायलट बनाने वाली इग्रुआ अब तैयार करेगी ड्राेन पायलट, ड्रोन डिस्टिनेशन कंपनी संग हुआ करार

इंदिरा गांधी उड़ान अकादमी ने ड्रोन डिस्टिनेशन कंपनी के साथ किया करार नवंबर माह में शुरू होगा ड्रोन उड़ान प्रशिक्षण। इग्रुआ का संसाधन व दिल्ली ड्रोन डिस्टिनेशन कंपनी की होगी टेक्नोलॉजी देश भर प्रशिक्षण के लिए चयनित होंगे छात्र।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 09:02 AM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 09:02 AM (IST)
पायलट बनाने वाली इग्रुआ अब तैयार करेगी ड्राेन पायलट, ड्रोन डिस्टिनेशन कंपनी संग हुआ करार
ड्रोन पायलट तैयार करने के लिए देश भर से युवाओं का चयन होगा।

दिलीप सिंह, अमेठी : देश को हवाई जहाज उड़ाने के लिए पायलट देने वाली इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी (इग्रुआ) आने वाले दिनों में ड्रोन पायलट भी तैयार करने जा रही है। वर्तमान हालात में ड्रोन उड़ाने के लिए ड्रोन पायलट की मांग काफी बढ़ गई। ऐसे में इग्रुआ ने दिल्ली की ड्रोन डिस्टिनेशन कम्पनी के साथ ड्रोन उड़ान प्रशिक्षण हेतु साझा एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इग्रुआ भारतीय नागर विमानन क्षेत्र मे पायलटों की बढती हुई मांग और इससे जुड़ी तकनीकी जरूरतों को पूरा करने वाला देश का उत्कृष्ट संस्थान है। जो अमेठी के फुरसतगंज में स्थति है।

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इग्रुआ ने अपने प्रसार कार्यक्रमों के तहत नई पहल की है। सब कुछ ठीकठाक रहा तो दीपावली तक ड्रोन पायलट तैयार करने की पूरी कार्ययोजना तैयार हो जाएगी और इसी वर्ष प्रशिक्षण भी शुरू कर देने की पूरी तैयारी है। इग्रुआ व ड्रोन डिस्टिनेशन कंपनी ने ड्राेन पायलट बनाने के लिए जो साझा करार किया है। उसके मुताबकि यह एमओयू ड्रोन प्रशिक्षण की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए इग्रुआ का आधार भूत ढांचा का उपयोग होगा। लेकिन, ड्रोन पायलट तैयार करने की टेक्नोलॉजी ड्रोन डेस्टिनेशन कंपनी की होगी।

जल्द ही तैयार होगा प्रशिक्षण का पूरा खाका

ड्रोन पायलट तैयार करने के लिए देश भर से युवाओं का चयन होगा। उन्हें किसी अधार पर चयनित किया जाएगा। एक साथ कुल कितने बच्चों को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी जाएगी। जल्द ही इग्रुआ व ड्रोन डिस्टिनेशन कंपनी के अधिकारी आपस में बैठक कर तय कर लेंगे। उसके बाद प्रशिक्षण कोर्स की शुरूआत होगी।

हर साल देश को देता है 60 से 70 युवा पायलट इग्रुआ

इग्रुआ में वर्तमान में 250 से अधिक युवा पायलट बनने की ट्रेनिंग ले रहे हैं। उड़ान अकादमी का दावा है कि उसके यहां से हर वर्ष 60 से 70 पायलट निकलते हैं। कोई अड़चन ना आए तो यहां एक बच्चा 18 से 24 माह के अंदर अपनी ट्रेनिंग पूरी कर पायलट बन जाता है।

दोनों संस्थान मिलकर इस अद्भुत संस्थान में उत्तम और उत्कृष्टता से पूर्ण ड्रोन उड़ान प्रशिक्षण का आरंभ करने जा रहे हैं । जो अपने सुरक्षा के मापदंडों का समावेश करते हुए उच्च स्तरीय प्रशिक्षण को अंजाम देंगे। -कृष्णेन्दु गुप्ता, निदेशक, इग्रुआ

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी एक हवाई जहाज़ पायलट प्रशिक्षण संस्थान है। जो सम्पूर्ण देश में श्रेष्ठतम है। अब हम इग्रुआ के साथ ड्रोन पायलट तैयार करने के लिए करार किया है। -चिराग शर्मा, संस्थापक एवं सीईओ, ड्रोन डेस्टिनेशन कंपनी 


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