International Science festival-2018: अब 16 मिनट में अंतरिक्ष पहुंचाएगा 'गगनयान'
तीन मानव को साथ ले जाने की इसरो ने शुरू की तैयारी। जल्द ही चंद्रमा पर कदम रखेगा चंद्रयान 2।
लखनऊ(जेएनएन)। तीन व्यक्तियों को एक साथ इसरो 16 मिनट में निम्न भू कक्षा तक पहुंचाएगा। एक सप्ताह तक पृथ्वी के चक्कर काटने के बाद अंतरिक्ष यात्री 36 मिनट में नीचे आएंगे। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने भारतीय मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम गगनयान की तैयारी शुरू कर दी है। इतना ही नहीं चंद्रयान 1 के बाद अब इसरो जल्द ही चंद्रयान 2 की तैयारी कर रहा है।
गोमतीनगर रेलवे स्टेशन परिसर में चल रही प्रदर्शनी में इसरो की भावी तकनीक भी विज्ञान की उन्नति को दर्शा रही है। भारत के सबसे शक्तिशाली जीएसएलवी मार्क 3 प्रक्षेपण यान में गगन स्पेस क्राफ्ट से मानव को अंतरिक्ष पर भेजा जाएगा। अगले कुछ महीनों में इसरो अपनी तैयारियों को अंजाम देगा। वर्ष 2022 तक इसरो इस कार्यक्रम को मूर्त रूप प्रदान करेगा। जीएसएलवी मार्क 3 का वजन छह लाख 40 हजार किलोग्राम है।
वहीं, इसरो जनवरी या फरवरी 2019 में चंद्रयान दो को चंद्रमा पर भेजेगा। चंद्रयान 2 का वजन 3800 किलोग्राम होगा। यह स्वदेशी लैंडर व रोवर को वहन करेगा। इस यान में लगा रोवर चंद्रमा पर उतरेगा। इससे पहले वर्ष 2008 के नवंबर में इसरो ने चंद्रयान-1 को भेजा था, जिसने चंद्रमा की सतह को छुआ था। इसी तरह इंटरनेट डाटा व फोन की सुविधा को अपग्रेड करने के लिए इसरो फ्रांस से जीसैट 11 का प्रक्षेपण करेगा। इसका वजन 5700 किलोग्राम होगा। इसी तरह जीसैट 20 से कम्युनिकेशन सिस्टम को और अपग्रेड किया जा सकेगा। यह कार्यक्रम भी इसरो दो से तीन महीने में करेगा।