तीन बार कोरोना जांच ने लगाया दुबई की सैर पर ब्रेक, आइआरसीटीसी कर रहा मंथन
आइआरसीटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इस बात को लेकर मंथन चल रहा है कि यदि दुबई में उनके साथ गए एक या दो यात्री पॉजिटिव पाए गए तो उनके वहां 14 दिन क्वारंटाइन में रहने का खर्च कौन उठाएगा।
लखनऊ, जेएनएन। नए साल में दुबई की सैर पर जाने वाले पर्यटकों के सामने वहां की सरकार का नियम आड़े आने लगा है। तीन बार कोरोना जांच कराने और पॉजिटिव आने पर खुद के खर्चे पर 14 दिन के क्वारंटाइन रहने के नियम के चलते अब भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) नए सिरे से मंथन में जुट गया है। दुबई सरकार ने भारत में कई लैब को अधिकृत किया है, जहां कोविड-19 की जांच होती है। दुबई पहुंचने से पहले पर्यटकों को अपनी कोरोना जांच इन्हीं लैबों में करानी होगी।
दुबई पहुंचने पर एयरपोर्ट पर दोबारा पर्यटकों की जांच की जाएगी। यदि रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो ही उनको सैर की अनुमति मिलेगी, लेकिन यदि रिपोर्ट पॉजिटिव हुई तो पर्यटकों को अपने खर्चे पर दुबई में 14 दिन क्वारंटाइन रहना होगा। दुबई से वापस आते समय पर्यटकों की तीसरी बार जांच की जाएगी। अब पर्यटकों को ङ्क्षचता इस बात की हो रही है कि तीन में से यदि अंतिम दोनों जांचों में एक भी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी तो उनको 14 दिन क्वारंटाइन में रहना होगा।
आइआरसीटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इस बात को लेकर मंथन चल रहा है कि यदि दुबई में उनके साथ गए एक या दो यात्री पॉजिटिव पाए गए तो उनके वहां 14 दिन क्वारंटाइन में रहने का खर्च कौन उठाएगा। जनवरी में आइआरसीटीसी की दुबई की यात्रा प्रस्तावित है। कोरोना को लेकर जल्द ही आइआरसीटीसी मुख्यालय अपनी गाइड लाइन बनाएगा, जिसके बाद पैकेज लांच होगा। हालांकि आइआरसीटीसी ने पहले ही विमानों में सीटों की बुकिंंग शुरू कर दी है।