Defence Expo 2020: इजरायल के साथ मिलकर Bomber drone बनाएगा भारत, होगा एमओयू
डिफेंस एक्सपो 2020 में इजरायल एयरोस्पेस व एचएएल में होगा बमवर्षक ड्रोन का करार बदल जाएगा सामरिक परिदृश्य।
लखनऊ [निशांत यादव]। भारत जल्द ही उन चंद देशों में शुमार हो जाएगा। जिसके पास घातक बमवर्षक ड्रोन होंगे। इजरायल के साथ होने वाली डील के तहत यह ड्रोन देश में बनेंगे और निर्यात भी होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की दोस्ती को लखनऊ में और मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी की पहली इजरायल यात्र पर जिन बमवर्षक ड्रोन को भारत को देने की डील हुई थी। उसे डिफेंस एक्सपो के दौरान मूर्त रूप दिया जाएगा।
भारत के साथ मिलकर बमवर्षक ड्रोन बनाने की पार्टनरशिप डील एक्सपो में होगी। एचएएल मेक इन इंडिया तकनीक से एडवांस्ड मानवरहित कम्बैट एरियल व्हीकल्स (यूसीएवी) ड्रोन बनाएगा। सोमवार को इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आइएआइ) और एचएएल अधिकारियों के बीच तकनीक को लेकर मंथन भी हुआ। दरअसल, ईरानी सेना के कमांडर कासिम सुलेमानी पर हुए अमेरिकी ड्रोन के हमले के बाद दुनिया में बमवर्षक ड्रोन विकसित करने को लेकर कवायद छिड़ गई है। इजरायल भारत को हेरॉन टीपी ड्रोन देगा। यह ड्रोन मिसाइल हमले में भी सक्षम है। एचएएल के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक यह एडवांस्ड मानवरहित कॉम्बैट एरियल व्हीकल्स (यूसीएवी) होगा। एडवांस्ड हेरॉन टीपी मध्यम ऊंचाई व लंबी दूरी तक मार कर सकता है। ड्रोन 36 घंटे तक उड़ान भर सकता है। भारत को ऐसे करीब 100 ड्रोन की जरूरत है।
जवानों को दवा व राशन पहुंचाएगा यह ड्रोन
एचएएल ऐसा ड्रोन तैयार कर रहा है। जो सियाचिन व ग्लेशियर जैसे ऊंचाई वाले अग्रिम क्षेत्रों में तैनात जवानों को दवा व राशन सहित जरूरी सामान पहुंचा सके। इस ड्रोन के सेंसर, भार क्षमता व डाटा लिंक के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलोजी सहित कई संस्थानों का सहयोग लिया जा रहा है। इसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 40 किग्रा वजन तक का सामान पहुंचाने के लिए डिजाइन किया गया है। (इजरायली ड्रोन ’ प्रतीकात्मक तस्वीर)
भारत दिखाएगा समुद्री ताकत का दम
अंतरिक्ष में डीआरडीओ की मिशन शक्ति के साथ एचएएल के तेजस जैसे विमानों के बाद समुद्र में भी दुनिया भारतीय तकनीक की क्षमता से रूबरू होगी। कम पानी में निगरानी करने वाले वेसेल्स से लेकर मिसाइलों से लैस होने वाले फ्रिगेट भारत की समुद्र में बढ़ती ताकत का अहसास कराएंगे। भारत अब समुद्र के भीतर अपनी क्षमता बढ़ा रहा है। मझगांव नेवल डॉकयार्ड की सबमरीन भारत के समुद्री मिशन की झलक दिखाएगी। डिफेंस एक्सपो में नौसेना और कोस्ट गार्ड को और मजबूत बनाने की भारतीय तकनीक पर दुनिया की नजर होगी। दिसंबर 2017 में आइएनएस मझगांव डॉक शिपबिल्डिंग लि. की बनाई कल्वेरी क्लास की सबमरीन को मुंबई नेवल डॉकयार्ड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमीशंड किया था। यह डॉकयार्ड छह सबमरीन बनाने के प्रोजेक्ट पर काम कर रही है।