राजभवन में नक्षत्र, राशि एवं नवगृह वाटिका का उद्घाटन, अखिलेश ने लगाया 16 फुट का परिजात वृक्ष
विश्व पर्यावरण दिवस पर राज्यपाल ने लगाया कल्पवृक्ष। अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी रोपे विभिन्न प्रजाति के पौधे।
लखनऊ, जेएनएन। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विश्व पर्यावरण दिवस पर राजभवन में नक्षत्र, राशि एवं नवगृह वाटिका का उद्घाटन किया। उन्होंने कल्पवृक्ष का पौधा भी रोपित किया। राजभवन के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी विभिन्न प्रजाति के कुल 49 पौधे रोपित किए।
राज्यपाल ने कहा कि पर्यावरण के लिए वृक्ष आवश्यक हैं। नवस्थापित वाटिका में रोपित पौधे पर्यावरण एवं औषधीय दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। लखनऊ के जैव विविधता इंडेक्स के अनुसार पहले से स्थापित पार्कों का अनुरक्षण किया जाए तथा नए पार्क विकसित कर पौधरोपण किया जाए। इससे पहले राजभवन में 'पर्यावरण पर कोविड-19 का प्रभाव' विषयक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। राजभवन के अधिकारियों व कर्मचारियों के 50 बच्चों ने चार विभिन्न आयु वर्ग में हिस्सा लिया। बच्चों ने अपने बनाए चित्रों को राज्यपाल के समक्ष प्रस्तुत भी किया।
केशव ने रोपा आम का पौधा
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने आवास सात कालिदास मार्ग में सपरिवार आम के पौधों का रोपण कर देश व प्रदेशवासियों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होने कहा कि संपूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर निर्भर है, स्वस्थ्य एवं सुरक्षित पर्यावरण के बिना मानव समाज की परिकल्पना अधूरी है। वहीं, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर ने डा. शकुंतला मिश्रा नेशनल रिहैबिलिटेशन यूनिवर्सिटी में आम का पौधा लगाया।
अखिलेश ने लगाया 16 फुट का परिजात वृक्ष
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी मुख्यालय पर पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व के 16 फुट के दो पारिजात वृक्ष लगाए। उन्होंने कहा कि मानव जब तक वृक्षों के प्रति संवेदनशील नहीं होगा तब तक प्रदूषण से मुक्ति नहीं मिल सकती है। पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल व एसआरएस यादव मौजूद थे।
कासगंज में बनेगा भगीरथ वन
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष जेपीएस राठौर व सदस्य सचिव आशीष तिवारी ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर बोर्ड कार्यालय में पौधारोपण किया। अध्यक्ष ने बताया कि कासगंज में करीब 400 बीघा जमीन कब्जा मुक्त कराई गई है। इस जमीन पर भगीरथ वन बनाया जाएगा। इसमें 3.51 लाख पौधे लगाए जा रहे हैं। कासगंज में ही पिछले वर्ष गंगा वन बनाया गया था।