देवरिया से दिल्ली यात्रा में किसानों की समस्या और कांग्रेस का संदेश
कर्जा माफ, बिजली हाफ और समर्थन मूल्य का करो हिसाब नारे को लेकर कांग्रेस की देवरिया से दिल्ली यात्रा के दौरान राहुल लोगों से मिलकर फीडबैक लेंगे।
लखनऊ (जेएनएन)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की देवरिया से दिल्ली किसान यात्रा को लेकर तैयारियां तेज हैं। यात्रा के पहले दिन छह सितंबर को राहुल की खाट चौपाल में किसानों की समस्या और कांग्रेस का संदेश होगा। यात्रा प्रभारी पूर्व विधायक राजेश मिश्र का दावा है कि कर्जा माफ, बिजली हाफ और समर्थन मूल्य का करो हिसाब नारे को लेकर निकाली जाने वाली 25 दिवसीय यात्रा उत्तर प्रदेश की राजनीति की दिशा बदल देगी। विधानसभा क्षेत्रों के संभावित दावेदार और कार्यकर्ताओं को 16 सितंबर तक किसान मांग पत्र भरना है। इसके लिए प्रत्येक दावेदार को10 हजार परिवारों से संपर्क करना होगा। कांग्रेस सभी विधानसभा क्षेत्रों के दावेदारों को जिम्मेदारियां सौंप दी गईं हैं। यात्रा की सफलता के लिए कार्यकर्ताओं में जोश भरा जा चुका है। यात्रा के दौरान राहुल लोगों से मिलेंगे और उनसे फीडबैक भी लेंगे।
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कर्जा माफ, बिजली हाफ और समर्थन मूल्य का करो हिसाब
कांग्रेस के नवनियुक्त मीडिया प्रभारी आरपीएन सिंह ने लखनऊ में पत्रकारों को राहुल गांधी की छह सितंबर की किसान यात्रा के बारे में बताया कि दो लाख से अधिक कार्यकर्ताओं को इस महाअभियान में लगाया जाएगा। इसमें किसानों के लिए यूपीए सरकारों के कार्यकाल में लिए गए कर्जा माफी जैसे फैसलों का प्रचार करने के साथ नरेंद्र मोदी की वादाखिलाफी के बारे में भी बताया जाएगा। प्रतिदिन प्रत्येक वर्कर को दस घर जाकर कम से कम सौ घर पर स्टीकर चिपकाने का लक्ष्य भी दिया गया है। 30 दिन के भीतर दो करोड़ घरों तक कांग्रेस का संदेश पहुंचाने का काम होगा। प्रत्येक किसान से कांग्रेस के तीन प्रस्ताव कर्जा माफी, बिजली दर आधा करने व फसलों के बेहतर मूल्य दिलाने पर सहमति ली जाएगी। सहमति के बाद किसान से एक पत्र पर हस्ताक्षर कराने के साथ मोबाइल फोन के पीछे स्टीकर लगाया जाएगा। एक मिस्ड काल कराकर कांग्रेस से जोड़ा जाएगा। किसान यात्रा लगभग एक माह में 2,500 किलोमीटर सफर तय करेगी और खाट सभाओं के जरिए किसानों की समस्याओं को जाना जाएगा। इस यात्रा के लिए किसान त्रस्त, सरकार मस्त और कांग्रेस-किसानों का सच्चा साथी स्लोगन तैयार किए गए हैं।
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खत्म होती खाट पर खटखट
कुशीनगर के लीलावती स्टेडियम में छह सितंबर शाम खाट चौपाल में लगभग 10 हजार किसान शामिल होने की संभावना है। यहां बैठने के लिए तीन से चार हजार खाट की जरूरत होगी। खाट चौपाल के लिए जिम्मेदार जुट गए हैं। यहां राहुल किसानों की समस्याएं सुनेंगे। गोरखपुर-बस्ती मंडल में इतनी बड़ी संख्या में खाट की व्यवस्था करने में आ रही परेशानियों को देखते अब इसे बाहर से मंगाने का निर्णय लिया गया है। इसी के साथ ही सभी नेताओं को किसानों से संपर्क तेज करने के लिए कह दिया गया है। अब घरों में खाट परंपरा धीरे-धीरे समाप्त हो रही है। ऐसे में तीन से चार हजार के बीच खाट का इंतजाम किसी मुसीबत से कम नहीं है। खाट यहां छह सितंबर को ही आएगी। देवरिया जिले के रुद्रपुर स्थित एक दलित बस्ती से शुरू होने वाली किसान पदयात्रा महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर पहुंचेगी।
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खास होगी कांग्रेस युवराज की खाट
कुशीनगर के लीलावती स्टेडियम में राहुल के इस यात्रा की पहली खाट चौपाल शाम 5.30 बजे लगेगी। किसानों को जोडऩे के लिए कांग्रेसी गांव-गांव संपर्क कर रहे हैं। चौपाल में कांग्रेस के युवराज किसानों से सीधी बात करेंगे और उनका दुख-दर्द जानेंगे। इसी के साथ कांग्रेस के पाले में खड़ा करने का प्रयास करेंगे। चूंकि यात्रा के क्रम में राहुल गांधी की बुद्ध की धरती पर पहली चौपाल होगी, इसलिये पार्टी के जिम्मेदार कोई कोर कसर नहीं छोडऩा चाहते। यात्रा प्रभारी पूर्व सांसद राजेश मिश्र ने कहा कि चौपाल में तीन तरह की खाट रहेगी। इसमें कांग्रेस के युवराज की खाट विशेष होगी। वह सबसे ऊंची होगी। उस पर बैठ कर वह किसानों को संबोधित करेंगे, संवाद स्थापित करेंगे। इससे छोटी खाट ठीक राहुल गांधी के खाट के समीप लगेगी, जिस पर चुङ्क्षनदा किसान बैठेंगे। सबसे छोटी खाट पर बाकी सभी किसान बैठेंगे। चौपाल में तीन से चार हजार खाट बाहर से आएंगी।