Gopashtami Celebration 2020: पशु मत समझो इसको, गाय हर हिंदू की माता है: स्वतंत्र देव सिंह
गोमाता में सभी देवे देवताओं का स्वरूप होता है। गोमाता की सेवा करके देश समाज की सेवा कर सकते हैं। गोपाष्टमी के अवसर पर के कन्हां उपवन पहुंच मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने गाय की पूजा की। उन्होंने कहा कि समृद्धि की प्रतीक गाय निस्वार्थ भाव की प्रतीक हैं।
लखनऊ, जेएनएन। गोमाता में सभी देवे देवताओं का स्वरूप होता है। गोमाता की सेवा करके देश समाज की सेवा कर सकते हैं। गोपाष्टमी के अवसर पर रिववार के कन्हां उपवन पहुंच मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने गाय की पूजा के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि समृद्धि की प्रतीक गाय नि:स्वार्थ भाव की प्रतीक हैं। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश व महापौर संयुक्ता भाटिया ने भी पूजन किया।
महापौर ने कहाकि जब श्रीकृष्ण भगवान छह वर्ष की आयु में ही अपनी मां यशोदा से जिद्द करके गाय चराना चाहते हैं। जिस दिन उन्होंने शुरुआत की उस दिन गोपाष्टमी थी और उसी दिन से श्री कृष्ण को गोपाल व गोविंद के नाम से भी जाना जाने लगा। गाय की सेवा करना सबसे बड़ी पूजा है। पूजन के दौरान नगर निगम अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद थे। चौक की अवध गोशाला में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व विधि एवं न्यायमंत्री ब्रजेश पाठक ने गोशाला में पूजन कर सभी को गोरक्षा अभियान में भागीदारी की वकालत की। मंत्री ने कहा कि गाय के दूध के साथ ही गोमूत्र व गोबर भी हमे निरोगी बनाता है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि गोसेवा आयोग की पहल पर दीपावली में गोबर के दीपक बनाए गए और स्वयंसेवी संस्थानों से जुड़ी गरीब महिलाओं ने इसे बनाया। घरों में रोशनी के साथ ही उनके जीवन में भी समृद्धि का उजाला आया है। ऐसे में गाय हमारी समृद्धि की प्रतीक है। सरकार ने भी गोरक्षा के लिए कई सराहनीय कदम उठाकर गाय को बचाने का अभियान शुरू किया है। संयोजक अनुराग मिश्रा अन्नू ने बताया कि शाम को भजन संध्या के साथ गोसेवकों को सम्मानित किया जाएगा। गोपेश्वर गोशाला मलिहाबाद में भी पूजन किया गया।