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यूपी बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा में खुली पोल, आठ जिलों में प्राइमरी के बच्चों को नहीं मिली किताबें

प्राथमिक विद्यालयों में बच्चे करीब एक माह से पढऩे आ रहे हैं लेकिन उन्हें अभी तक किताबें नहीं मिल पा रही हैं। प्रदेश के आठ जिलों इटावा झांसी संतकबीर नगर आजमगढ़ फर्रुखाबाद बलिया सीतापुर व कानपुर देहात में किताबों के वितरण की स्थिति बेहद खराब है।

By Vikas MishraEdited By: Published: Tue, 28 Sep 2021 08:03 AM (IST)Updated: Tue, 28 Sep 2021 02:01 PM (IST)
यूपी बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा में खुली पोल, आठ जिलों में प्राइमरी के बच्चों को नहीं मिली किताबें
बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा में महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने इन जिलों के प्रदर्शन पर असंतोष जताया है।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। प्राथमिक विद्यालयों में बच्चे करीब एक माह से पढऩे आ रहे हैं लेकिन, उन्हें अभी तक किताबें नहीं मिल पा रही हैं। प्रदेश के आठ जिलों इटावा, झांसी, संतकबीर नगर, आजमगढ़, फर्रुखाबाद, बलिया, सीतापुर व कानपुर देहात में किताबों के वितरण की स्थिति बेहद खराब है। बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा में महानिदेशक स्कूल शिक्षा अनामिका सिंह ने इन जिलों के प्रदर्शन पर असंतोष जताया है। 

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बेसिक शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों स्कूलों में संचालित कार्यक्रमों व योजनाओं की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की, संबंधित जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारी व मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक ने ही प्रगति बताई। इसमें महानिदेशक ने कहा कि छात्र-छात्राओं को मिलने वाली निश्शुल्क सुविधा व सामग्री के लिए डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रणाली लागू करने की अनुमति मिल चुकी है। इसलिए सभी अफसर इस योजना को अमल में लाने की तैयारियों में तेजी से जुट जाएं। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर सारी कार्यवाही पूरी की जाए। सभी विकासखंडों में आधार नामांकन किट्स को शुरू किया जाए। महानिदेशक ने कहा कि सभी जिलों में पाठ्यपुस्तकों का शत-प्रतिशत वितरण कराया जाए।

यह भी सामने आया कि कई जिलों में मृतक आश्रितों के देयकों वितरण अब तक लंबित है, उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा अधिकारी व वित्त एवं लेखाधिकारी दस दिन में सभी का भुगतान कराएं। इस मामले की अलग से समीक्षा की जाएगी। इतना ही नहीं अधिकांश जिलों में फर्नीचर क्रय व आपूर्ति की स्थिति संतोषजनक नहीं मिली है। सभी जिलों से विद्यालयों में नलजल की आपूर्ति की सत्यापन आख्या मांगी गई है। उन्होंने कहा कि कस्तूरबा गांधी विद्यालयों के उच्चीकरण के लिए हास्टल व एकेडमिक ब्लाक के निर्माण में कोई प्रगति नहीं हो रही है। संबंधित अधिकारी कार्य में तेजी लाकर उसे पूरा कराएं।


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