बुक्कल नवाब का अवैध निर्माण गिराएगा LDA, बिल्डिंग को बचाने में दो साल से कर रहे थे पैरवी
प्रवर्तन विभाग बुधवार को देगा रिपोर्ट जिसके बाद होगी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई। प्राधिकरण में दो साल से दबाई जाती रही डिमोलेशन की फाइल।
लखनऊ, जेएनएन। भाजपा एमएलसी बुक्कल नवाब की शीशमहल के पास बिल्डिंग का अवैध निर्माण प्राधिकरण बुधवार के बाद कभी गिरा सकता है। इस बिल्डिंग का ध्वस्तीकरण आदेश दो साल पुराना है। विभिन्न स्तरों पर बुक्कल नवाब अपनी बिल्डिंग को बचाने के लिए पैरवी करते रहे, दूसरी ओर प्राधिकरण के अभियंताओं ने भी फाइल को दबाने में अहम भूमिका निभाई। अब एलडीए अफसर इमारत को ढहाने पर अड़ गए हैं। एलडीए में शनिवार को अफसरों पर बुक्कल नवाब जो दबाव डाला, उसके बाद प्राधिकरण ने यह अहम फैसला किया है।
मजहर अली खां उर्फ बुक्कल नवाब की खसरा संख्या ए 397 व 398, गेंदखाना हुसैनाबाद, फैसल नवाब की गेंदखाना हुसैनाबाद तथा बुक्कल नवाब के परिवार की महिला महजबीन आरा के खसरा संख्या 397 व 398 गेंदखाना हुसैनाबाद में बनी बिल्डिंग के पूरी तरह से अवैध होने की पुष्टि एलडीए प्रवर्तन कोर्ट से हो चुकी है। दो साल पहले तत्कालीन विहित प्राधिकारी धनन्जय शुक्ला ने इसे ध्वस्त करने का आदेश भी दिया था। मगर तब से बुक्कल नवाब शमन मानचित्र पास कराने की जुगत में लगे हुए हैं। जिसको लेकर बुक्कल नवाब शनिवार को एलडीए पहुंचे और उन्होंने सचिव और अन्य अधिकारियों को दबाव में लेने की कोशिश की। जिस पर सचिव ने उनसे नियम से ही काम किये जाने की बात कही थी। एलडीए के प्रवर्तन विभाग को बुक्कल नवाब की बिल्डिंग के मामले में बुधवार तक रिपोर्ट देनी होगी। प्राधिकरण उपाध्यक्ष प्रभु एन. सिंह ने बताया कि अवैध निर्माण तोड़ा जाएगा। प्रवर्तन विभाग बुधवार तक अपनी रिपोर्ट देगा। जिसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
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