आइआइएम लखनऊ शुरू करेगा हेल्थकेयर मैनेजमेंट प्रोग्राम, जानें- कोर्स की खासियत और फीस
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम लखनऊ) अपोलो मेडस्किल्स लिमिटेड के सहयोग से एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम इन हेल्थ केयर मैनेजमेंट की शुरुआत करेगा। इस कार्यक्रम की अवधि नौ महीने की होगी। आगामी पांच मार्च से इस कोर्स की पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम लखनऊ) अपोलो मेडस्किल्स लिमिटेड के सहयोग से एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम इन हेल्थ केयर मैनेजमेंट की शुरुआत करेगा। इस कार्यक्रम की अवधि नौ महीने की होगी। आगामी पांच मार्च से इस कोर्स की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। आफलाइन के साथ आनलाइन भी इसमें शामिल होने की सुविधा है। यह जानकारी बुधवार को वर्चुअल प्रेसवार्ता में आइआइएम लखनऊ के मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम के चेयरमैन एवं फाइनेंस एंड अकाउंट के प्रोफेसर अजय कुमार गर्ग ने दी।
उन्होंने बताया कि नौ महीने के इस कार्यक्रम की फीस पांच लाख रुपये (जीएसटी अलग से) होगी। इसे तीन किश्तों में भी जमा करने की सुविधा है। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कम से कम स्नातक होना जरूरी है। इसके लिए आनलाइन आवेदन शुरू हो गए हैं। अंतिम तिथि 21 फरवरी निर्धारित की गई है। कार्यक्रम का विभाजन नौ महीने के अनुसार किया गया है। इसमें हेल्थकेयर, स्ट्रेटजी एंड एंटरप्रेन्योरशिप, ऑपरेशन मैनेजमेंट, डिजिटल हेल्थ एंड फाइनेंशियल मैनेजमेंट, मार्केटिंग मैनेजमेंट सहित सभी विषयों को शामिल किया गया है। 60 फीसद अंकों और 60 फीसद उपस्थिति के साथ कोर्स पूरा करने वाले अभ्यर्थियों को आइआइएम लखनऊ और अपोलो मेडस्किल्स लिमिटेड की ओर से संयुक्त प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
कैंपस निरीक्षण की भी कराया जाएगा : इस विशेष कार्यक्रम में सीनियर फैकल्टी भी पढ़ाएंगे। हेल्थ केयर प्रोफेशनल भी लेक्चर्स लेंगे। कार्यक्रम में शामिल विद्यार्थियों को कैंपस निरीक्षण भी कराया जाएगा। इस कार्यक्रम को भारत के सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य क्षेत्र एवं इस क्षेत्र की समान अर्थव्यवस्थाओं के आवश्यक इनपुट के आधार पर तैयार किया गया है।
स्वास्थ्य सेवा उद्योग के क्षेत्र में लाखों नौकरियां : प्रेस वार्ता में अपोलो मेडस्किल्स लिमिटेड के सीईओ और प्रोग्राम के निदेशक डा. श्री निवास राव पुलिजला ने कहा कि आइआइएम और अपोलो मेडस्किल्स की ओर से तैयार किया गया हेल्थकेयर मैनेजमेंट कार्यक्रम निश्चित रूप से उन सैकड़ों युवाओं के करियर के लिए लाभकारी होगा जो स्वास्थ्य उद्योग में आगे बढ़ने की इच्छा रखते हैं। प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवा दोनों क्षेत्रों के उद्योग विशेषज्ञों से सीखने से छात्रों को लाभ होगा।