IIM इंदौर भी बना यूपी पुलिस का साथी, डीजीपी व आईआईएम निदेशक ने साइन किया एमओयू
आईआईएम इंदौर के विशेषज्ञ अब यातायात प्रबंधन बीट प्रणाली व यूपी 112 के गश्त चार्ट को बेहतर बनाने व परिवहन प्रबंधन में यूपी पुलिस का सहयोग करेंगे।
लखनऊ, जेएनएन। आईआईटी कानपुर के बाद यूपी पुलिस की तकनीकी मदद के लिए आईआईएम इंदौर भी आखिरकार मंगलवार को उसका साथी बन गया। डीजीपी ओपी सिंह व आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो.हिमांशु राय ने समझौता पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर कर इसकी औपचारिक शुरुआत की। आईआईएम इंदौर के विशेषज्ञ अब यातायात प्रबंधन, बीट प्रणाली व यूपी 112 के गश्त चार्ट को बेहतर बनाने व परिवहन प्रबंधन में यूपी पुलिस का सहयोग करेंगे।
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि बीट प्रणाली, यातायात व पुलिस पेट्रोलिंग को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आईआईएम व आईआईटी के अलावा दूसरे विश्वविद्यालयों से भी तकनीकी मदद ली जा रही है। लोकसभा चुनाव, कुंभ मेला व अन्य बड़े मौकों पर पुलिस ने तकनीक का बेहतर उपयोग कर कामयाबी हासिल की है। प्रदेश में करीब 22 करोड़ की आबादी है और लगभग तीन लाख पुलिसकर्मी हैं। 1500 थानों का प्रबंधन आसान नहीं है। ऐसे में पुलिस को बदलाव की ओर काम करने की जरूरत है।
आइआइएम इंदौर के निदेशक प्रो.हिमांशु राय ने कहा कि यूपी पुलिस के साथ अनुसंधान करने व विकास में सहयोग करने का बड़ा मौका मिला है। इससे हमें भी सीखने का मौका मिलेगा। एडीजी यूपी 112 असीम अरुण ने कहा कि जल्द पुलिस के वाहनों व कर्मचारियों के कामों का वैज्ञानिक रूप से और बेहतर प्रबंधन किया जाएगा।
इस मौके पर हुई 'नेगोसिएशन इन लॉ एंड आर्डर सिचुएशन' विषयक कार्यशाला में आइआइएम इंदौर के निदेशक ने वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों की गुरुमंत्र दिए। बताया कि किस प्रकार विरोध प्रदर्शन व आंदोलन की स्थिति में सख्त कदम उठाने से पहले पुलिस को बातचीत से पहले परिस्थितियों को संभालने का प्रयास करना चाहिए।