आजमीनों को हुई असुविधा तो हज सेवकों पर होगी कार्रवाई
हज यात्रियों को सुविधा मुहैया कराने के लिए भेजे जाने वाले सेवकों को आजमीनों के संपर्क में रहकर गंभीरता से उनकी खिदमत को अंजाम देना होगा।
लखनऊ, (मुहम्मद हैदर)। प्रदेश से रवाना होने वाले हज सेवकों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। अब वह सऊदी अरब जाकर पहले की तरह मनमानी नहीं कर सकेंगे। इसबार हज यात्रा के दौरान यदि किसी आजमीन को सऊदी अरब में कोई असुविधा होती है तो इसका खामियाजा हज सेवकों को भुगतना पड़ेगा। हज सेवकों की गाइडलाइन में बदलाव कर हज कमेटी ऑफ इंडिया ने नए निगम लागू किए हैं। नए नियमों का पालन हज सेवकों को रवानगी स्थल (लखनऊ, वाराणसी व दिल्ली एयरपोर्ट) से ही करना होगा।
नई गाइडलाइन के मुताबिक हज सेवकों को मक्का-मदीना में अपनी ड्यूटी गंभीरता से करनी होगी। ऐसा न करने पर हज सेवकों के सर्विस बुक में बैड इंट्री होगी। साथ ही हज सेवकों को हज खर्च की रकम लौटानी पड़ेगी। इसी तरह बेहतर कार्य करने वाले हज सेवकों को उनकी अच्छी खिदमत के लिए काउंसुलेट जनरल ऑफ इंडिया की ओर से सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया जाएगा। नियमों में बदलाव पिछले वर्षों में हज यात्रा के दौरान हाजियों की शिकायतों को ध्यान में रखकर किया गया है।
इसबार प्रदेश से करीब 30 हजार आजमीनों को हज यात्रा पर रवाना किया जाना है। इन आजमीनों की सेवा के लिए हज कमेटी ने 151 हज सेवकों का चयन किया है। इसमें पांच महिला हज सेवक भी शामिल हैं। जबकि, 25 सेवकों को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। चयनित सेवकों में शिक्षा, मेडिकल, पुलिस प्रशासन, राजस्व, विद्युत, नगर निगम, रेलवे, लोक निर्माण विभाग व सचिवालय सहित कुल 24 विभागों के कर्मचारी शामिल हैं।
अब आजमीन के सीधे संपर्क में होंगे सेवक
हज यात्रा के दौरान हज सेवक को आजमीन से सीधे संपर्क में रहना होगा। आजमीन जब चाहे सेवक से संपर्क कर सकता है। इसके लिए हज कमेटी ने जिलेवार चयनित हज सेवकों की सूची तैयार की है। साथ ही उस जिले के आजमीनों को उनका मोबाइल नंबर भी दिया है। रवानगी के समय हज सेवकों को मिलने वाले सऊदी अरब के सिम कार्ड के नंबर भी आजमीनों को उपलब्ध करा दिए जाएंगे। ताकि एक कॉल पर हज सेवक से संपर्क कर आजमीन अपनी असुविधा को दूर करा सकें।
काउंसलेट जनरल तय करेगा ड्यूटी
हज सेवकों को सऊदी अरब पहुंचने के बाद काउंसलेट जनरल ऑफ इंडिया से संपर्क करना होगा। इसके बाद काउंसलेट जनरल ही सेवकों की ड्यूटी तय करेंगे, कि उन्हें किस स्थान पर रहना है। फिर बाद में हज मुकम्मल होने पर काउंसलेट जनरल कार्यालय ही हज सेवकों को उसकी ड्यूटी के आधार पर पत्र देगा। बेहतर काम करने वालों को सम्मानित करेगा, तो गंभीरता से ड्यूटी न करने वालों की बैड इंट्री होगी।
राज्य हज कमेटी के सहायक सचिव जावेद खान ने कहा कि हज सेवकों की गाइडलाइन में बदलाव किया गया है। एक आरे संतोषजनक ड्यूटी न करने पर हज सेवकों के सर्विस बुक में बैड इंट्री होगी। साथ ही हज खर्च की रकम भी लौटानी होगी। तो वहीं, बेहतर कार्य करने पर सेवकों को सम्मानित भी किया जाएगा।