अब चेक बाउंस हुआ तो आप पर होगी एफआइआर, बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगे एमडी
चार डिवीजनों की एबीआर कम होने पर अधिशासी अभियंता को फटकार। सेस की हालत न सुधरी तो बड़े साहब को छोड़ना होगा कुर्सी का मोह।
लखनऊ[जागरण संवाददाता]। राजधानी की बिजली व्यवस्था अगर आप लोग नहीं सुधार पाए तो कुर्सी छोड़नी पड़ेगी। उपभोक्ताओं से बिल वसूली से लेकर बेहतर आपूर्ति हर हाल में देनी होगी। राजस्व को लेकर कोई खिलवाड़ नहीं चलने वाला। यही नहीं उपभोक्ताओं द्वारा दी जाने वाली चेक अगर बाउंस होती है तो अभियंता उपभोक्ता के खिलाफ सीधे मुकदमा दर्ज करवाएं। पाच घटे की चली मैराथन बैठक में ट्रास गोमती कुछ बेहतर रहा तो सेस की पूरी टीम को अपने परफार्मेस सुधारने की नसीहत दी गई।
मध्याचल के एमडी संजय गोयल ने मुख्य अभियंता से लेकर उपखंड अधिकारी स्तर तक के अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। 25 डिवीजनों के अभियंताओं की बैठक दोपहर 3:30 बजे से देर रात 8:30 बजे तक चली। बैठक में एक-एक डिवीजन पर चचा हुई। बैठक के दौरान गोयल ने स्पष्ट किया कि अगर चेक बाउंस हो तो उपभोक्ता के खिलाफ सीधे एफआइआर दर्ज करवाई जाए और बकाया होने पर कनेक्शन भी काट दिय जाए। उन्होंने सेस तृतीय में उपभोक्ताओं द्वारा सिर्फ 46 फीसद बिल जमा करने पर नाराजगी जताई। वहीं सेस फोर के अधिशासी अभियंता को एक माह का समय दिया। एवरेज बिलिंग रेट पर चौक, अपट्रॉन, ठाकुरगंज और अमीनाबाद के अधिशासी अभियंताओं को जल्द से जल्द सुधार लाने के निर्देश दिए। स्पष्ट कहा कि लोड की डिमाड अगर ज्यादा है तो बढ़वाएं। आइडीएफ व आरडीएफ आने वाले बिलों का ग्राफ कम करने के निर्देश दिए। 11 केवी फिल्टिंग होने पर उसका लोड दो भागों में बाट दिया जाए और ट्रासफार्मर की रिपेयरिंग हर हाल में जल्द से जल्द पूरी कर ली जाए। वहीं मीटर रीडिंग लेने वाले एजेंट उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर अपने क्षेत्रों में जरूर फीड कराए। वहीं मीटिंग में गोमती नगर 81, इंदिरा नगर 80 व मुंशी पुलिया में 76 फीसद टर्न अप रहा।
हेल्प डेस्क प्रमुखता से चलाएं:
मध्याचल एमडी ने कहा कि हर उपकेंद्र में उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए खोली गई हेल्प डेस्क की नियमित मानीटरिंग हो। हेल्प डेस्क के जरिए उपभोक्ताओं की समस्याओं का निस्तारण किया जाए। यही नहीं जिस कर्मी को हेल्प डेस्क पर तैनात किया गया है वह हेल्प डेस्क पर बैठा मिले।
1912 पर जरूर करें सूचित : मध्याचल एमडी ने कहा कि अगर कोई शट डाउन या किसी कारणवश सप्लाई बाधित होती है तो 1912 को सबसे पहले सूचित करें। यही नहीं 1912 पर दर्ज होने वाली शिकायतों का निस्तारण करके जिम्मेदार अभियंता सूचित करें।