महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा हुई खंडित, लोगों ने किया बवाल-केजीएमयू प्रशासन पर लगा आरोप Lucknow News
केजीएमयू परिसर में महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा तोड़े जाने का विरोध वाल्मीकि समाज में केजीएमयू प्रशासन पर प्रतिमा को तोड़ने का लगाया आरोप मौके पर भारी हुजूम प्रदर्शन।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू परिसर में 90 वर्ष पुराने वाल्मीकि मंदिर के तोड़े जाने पर जमकर बवाल हुआ। सुबह परिसर में खंडित प्रतिमा को देखकर लोग आक्रोशित हो उठे। वाल्मीकि समाज के लोगों ने केजीएमयू प्रशासन पर प्रतिमा खंडित किए जाने का आरोप लगाया। बता दें कि केजीएमयू प्रशासन लंबे समय से इस जमीन को खाली कराना चाहता है, लेकिन वाल्मीकि समाज इसका विरोध कर रहा है। वहीं, बवाल बढ़ता देखकर मौके पर अपर नगर मजिस्ट्रेट अजय राय पहुंचे और उन्होंने मंदिर दोबारा निर्माण का आश्वासन दिया।
यह है मामला
केजीएमयू प्रशासन लंबे समय से अपनी जमीन पर बसे अवैध कब्जे को हटाना चाह रहा है, लेकिन इसमें उसे सफलता नहीं मिली। बुधवार सुबह जब लोग उठे तो उन्होंने देखा कि महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा खंडित पड़ी हुई है। इसके बाद लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। केजीएमयू प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी करनी शुरू कर दी। लोगों की मांग थी कि प्रतिमा को केजीएमयू प्रशासन फिर से बनवाए।
पुलिस करेगी जांच
बवाल बढ़ता देख मौके पर केजीएमयू के चीफ प्रॉक्टर प्रो आरएएस कुशवाहा ने बताया कि किसी ने रात में प्रतिमा खंडित की है। मंदिर किसने रात में तोड़ा यह कहना संभव नहीं है। प्रकरण की जांच के लिए पुलिस को पत्र लिखा जा रहा है। वहीं, सम्बन्धित क्षेत्र में पार्किंग के लिये काम चल रहा था। मंदिर कल तक था। तोड़ा किसने पुलिस जांच करेगी।
मौक पर पहुंचे अपर नगर मजिस्ट्रेट
महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा तोड़े जाने के मामले के तूल पकड़ने के बाद अपर नगर मजिस्ट्रेट अजय राय ने मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रतिमा का फिर से निर्माण करने का आश्वासन दिया और जमीन खोदकर उसकी शुरुआत की।