बड़े साहब की आइडी कर रही बिजली बिल में हेराफेरी
2017 में खूब हुई बिलों में हेराफेरी, विभाग को लगाया चूना, बकाएदार आज भी कर रहे बिजली इस्तेमाल, अधिकार का किया गलत इस्तेमाल।
लखनऊ, अंशू दीक्षित।
केस एक
चौक डिवीजन में बड़े साहब यानी अधिशासी अभियंता की आइडी का इस्तेमाल बिलों की हेराफेरी करने में खूब हुआ। सवा दो लाख के बिल को पचास हजार जमा करा लिया गया। केएनओ नंबर 0013996401 पर उपभोक्ता वाहिद अहमद सिद्दीकी का कनेक्शन था जुलाई 2017 में यह बिल हजारों में जमा करके इतिश्री कर ली गई। इसी तरह भवन संख्या 469/59 शशी महल हुसैनाबाद के केएनओ संख्या 0013208432 पर 2.85 लाख बाकी थी, इसे जून 2017 में सिर्फ दस हजार में जमा कर दिया गया।
केस दो
भवन संख्या 297/22 शाहगंज चौक निवासी लाजवती के केनएओ संख्या 0013662431 पर 5.40 लाख बिल बाकी था, जिसे तीस हजार में जमा कराया गया। पाटा नाला राजा बाजार निवासी गुलजार अली पर सवा तीन लाख बिजली बिल बाकी था। इसे भी दस हजार लेकर निपटा दिया गया। इसका केएनओ नंबर 0013979377 है। यह बिल भी माई 2017 का है। दुर्गा देवी मार्ग निवासी परवीन जफर पर छह लाख से अधिक का बकाया था। केएनओ संख्या 0013204659 पर बिल को रिवाइज करते हुए 55 हजार जमा करा लिया गया।
यह चंद मामले चौक डिवीजन में उदाहरण हैं। सैकड़ों मामले ऐसे निपटाए गए। इससे बिजली विभाग को लाखों रुपये की चपत लगी। खास बात है कि जब मामला उजागर हुआ तो सिस गोमती के वरिष्ठ अभियंता कार्रवाई की बजाए दोषियों को बचा रहे हैं। गत पांच सालों में हुई गड़बड़ी पर पर्दा डालने के लिए विजिलेंस जांच का खुलासा भी नहीं किया गया। सिस के मुख्य अभियंता मधुकर वर्मा ने भी कोई कार्रवाई नहीं की।
मध्यांचल के प्रबंध निदेशक संजय गोयल ने बताया कि सभी केएनओ नंबरों के आधार पर बिलों की जांच कराई जाएगी। मामला सही होने पर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।