Coronavirus Lucknow Update: कोविड अस्पतालों में आइसीयू फुल, छह घंटे एंबुलेंस में तड़पती रही महिला
लखनऊ में कोरोना के गंभीर मरीज को नहीं मिला अस्पताल घंटों परेशान रहे परिवारजन इंतजार के बाद रात दो बजे मिला बेड।
लखनऊ, जेएनएन। शहर में कोरोना का प्रकोप चरम पर है। हर रोज सैकड़ों मरीज संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। वहीं गंभीर मरीजों को समय पर बेड मिलना मुश्किल हो रहा है। अस्पताल पहुंचने के बावजूद उन्हें घंटों एंबुलेंस में तड़पना पड़ रहा है।
राजधानी में अगस्त में जुलाई से पांच गुना वायरस की रफ्तार बढ़ गई है। इस माह एक दिन में न्यूनतम मरीज 336 रहे। वहीं अधिकतम 831 रिकॉर्ड किए गए।हर रोज में सैकड़ों मरीज आने से स्वास्थ्य सेवाएं डगमगा रही हैं। स्थिति यह है होम आइसोलेशन नीति लागू होने के बावजूद गंभीर मरीजों को समय पर बेड नहीं मिल पा रहा है। बुधवार रात काेविड कंट्रोल रूम द्वारा जानकीपुरम निवासी 55 वर्षीय फूलमती को दुबग्गा के निजी मेडिकल कॉलेज भेजा गया। पुत्र अ वनीश के मुताबिक मां फूलमती को गैंगरीन हो गया था। वहीं कोरोना होने से हालत बिगड़ गई। शाम सात बजे अस्पताल लेकर पहुंची एंबुलेंस को बेड फुल बताकर बाहर कर दिया गया। वहीं कई जगह कॉल की गई। रात दो बजे मरीज को आइसीयू में भर्ती किया जा सका। ऐसे ही गुरुवार को भी 621 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई। भारी तादाद में मरीज आने से अस्पतालों के आइसीयू फुल हैं। लोहिया संस्थान का 20 बेड का आइसीयू, केजीएमयू का 40 बेड का आइसीयू देर शाम फुल हो गया। गंभीर मरीजों को कोविड अस्पताल के आइसीयू में समय पर बेड मिलना मुश्किल हो रहा है।
संक्रमित परिवार की जांच में देरी
आरडीएसओ केशरी खेड़ा वार्ड के मानक नगर में सप्ताह भर में करीब 10 लोग पॉजिटिव आए हैं। इसमें कुछ लोग होम आइसोलेशन में हैं। मंगलवार को संक्रमित मिले मरीज के बेटे के मुताबिक 72 घंटे हो गए हैं। अभी तक परिवारजनों की जांच नहीं हो सकी है। ऐसे में परिवारजन परेशान हैं। आलम नगर के अशोक विहार कॉलोनी के शिक्षक परिवार के दो लोगों में कोरोना पाया गया। आरोप है कि छह दिन हो गए। मगर, परिवाररजनों की कोरोना टेस्टिंग नहीं हुई है।