कांग्रेस में नई व्यवस्था लागू होने तक ऐसे ही काम करता रहूंगाः : राजबब्बर
आज लखनऊ पहुंचे राजबब्बर ने स्पष्ट किया कि वह प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं हैं। ऐसे में किस कागज और कलम से इस्तीफा लिखा मुझे नहीं पता।
लखनऊ (जेएनएन)। त्यागपत्र को लेकर उठ रहे सवालों पर राजबब्बर ने कहा कि अभी मैं ही प्रदेश कांग्रेस का नेता हूं और नई व्यवस्था लागू होने तक ऐसे ही काम करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन होने के बाद संगठन को नए सिरे से तैयार किया जाता है। आज शाम कांग्रेस दफ्तर पहुंचे राजबब्बर ने अपने त्यागपत्र को लेकर स्थिति स्पष्ट की। उनका कहना था कि कांग्रेस पार्टी की एक कार्यप्रणाली है। इसके तहत अधिवेशन के बाद नया अध्यक्ष आता है तो कार्यकारिणी नए सिरे से बनती है। अब न कोई वर्किंग कमेटी है और न कोई महासचिव है, न ही कागजों में कोई पीसीसी है।
ऐसे में इस्तीफे की बात कहां से आ गई?
निर्वाचन के सब अधिकार नए अध्यक्ष को सर्वसम्मति से सौंपे गए थे। ऐसे में जो जहां पर काम कर रहे हैं, उनकी वहीं जिम्मेदारी अभी बनी है। मुझको फिर जिम्मेदारी निभाने के लिए भेजा है। ऐसे में इस्तीफे की बात कहां से आ गई, इसका मुझे कुछ पता नहीं है, इतना जरूर जानता हूं कि कई साथी है जो राजबब्बर के बारे में मुझसे ज्यादा जानते हैं। त्यागपत्र के बारे में देरी से सफाई के सवाल पर उनका कहना था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद जब कोई पदाधिकारी नहीं रहा तो तकनीकी तौर पर सभी का त्यागपत्र हो चुका है।
भाजपा को हराने का काम करेंगे
राजबब्बर ने राज्यसभा चुनाव के बारे में कांग्रेस का नजरिया स्पष्ट करते हुए कहा कि भाजपा को हराने का काम किया जाएगा। इसके बारे में प्रमुख कार्यकर्ताओं और विधायकों के साथ बैठकर रणनीति तैयार की जाएगी। हम पूरी मजबूती के साथ विपक्ष के साथी को जिताने का काम करेंगे। इसके लिए हम चाय भी पीएंगे और मिठाई भी खिलाएंगे। क्रास वोटिंग की आशंका को नकारते हुए राजबब्बर ने कहा कि कांग्रेसी विचारधारा वाला कोई साथी भाजपा को जिताने का काम नहीं कर सकता है। नए कमेटी के गठन का सवाल टालते हुए राजबब्बर ने कहा कि यह फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को करना है।
दलितों में असुरक्षा की भावना बढ़ी : तिवारी
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की कमजोर पैरवी के कारण अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों का उत्पीडऩ करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई नहीं हो पा रही है। बुधवार को पत्रकार वार्ता में तिवारी ने आरोप लगाया कि सर्वोच्च न्यायालय के सामने समुचित तथ्य प्रस्तुत न कर पाने से दलितों पर अत्याचार करने वाले बच जाते हैं। उन्होंने कहा कि दलितों में असुरक्षा की भावना तेजी से बढ़ती जा रही है। तिवारी ने ईराक में 39 भारतीयों की निर्मम हत्या होने और सरकार द्वारा सच्चाई छिपाने का आरोप लगाते हुए भाजपा को आड़े हाथ लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि इस नरसंहार को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सदन को भी गुमराह किया। उन्होंने कहा कि अधिकतर मजदूर पंजाब, हिमाचल प्रदेश, बिहार और पश्चिमी बंगाल से ताल्लुक रखते थे इसलिए केंद्र सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई।