बदरंग हो रही हेरिटेज जोन की खूबसूरती, कभी 200 करोड़ रुपये से गया थ संवारा Lucknow News
खंडहर में तब्दील हो रहा 200 करोड़ रुपये से संवारा गया हुसैनाबाद हेरिटेज जोन जानवर भी चर रहे घास। हेरिटेज जोन से नहीं हट सकीं झुग्गी-झोपड़ियां।
लखनऊ, जेएनएन। करीब 200 करोड़ रुपये खर्च कर जिस हुसैनाबाद हेरिटेज जोन को संवारा गया था, वह पर्यटकों का नहीं अराजकतत्वों का अड्डा बन गया है। जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते हेरिटेज जोन में लोग खुले में शौच कर रहे हैं, दिनभर घास चरते आवारा जानवरों का जमावड़ा लगा रहता है। रखरखाव की कमी के चलते हेरिटेज जोन खंडहर में तब्दील हो चुका है। नवाबों के शहर आने वाले देश-विदेश के पर्यटकों को लुभाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर हेरिटेज जोन को संवारा गया था, लेकिन फुलप्रूफ प्लानिंग न होने से हेरिटेज जोन फिर से बदरंग होता जा रहा है।
ऐतिहासिक घंटाघर पार्क में दिनभर अराजकतत्वों का जमावड़ा लगता है। पास की झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले हेरिटेज जोन में कपड़े सुखाने से लेकर शौच तक कर रहे हैं जबकि, पार्क में बना महिला व पुरुष शौचालय पर ताला लटका हुआ है। बदहाली व गंदगी की वजह से पर्यटक तो दूर आसपास के इलाकों में रहने वाले भी यहां आने से अब कतराने लगे हैं।
शौचालय पर लटका ताला
हेरिटेज जोन में महिला व पुरुष के लिए दो बड़े-बड़े शौचालय बनाए गए थे, इनपर ताला लटका है। बनने के बाद से बंद पड़े दोनों ही शौचालय जर्जर होने लगे हैं जबकि, दूसरी ओर पास की झोपड़ियों में रह रहे लोग खुले में शौच कर गंदगी फैलाने का काम कर रहे हैं, जिनपर कोई रोक टोक नहीं।
कूड़ेदान नहीं, पार्क बना कूड़ाघर
हेरिटेज जोन में जगह-जगह नगर निगम ने कूड़ेदान के बॉक्स लगवाए थे, जो स्मैकिए उखाड़ ले गए। इलाके में लगे सभी कूड़ेदान गायब है, लोग पार्क में ही कूड़ा फेंक रहे हैं। हेरिटेज जोन में जगह-जगह कूड़े का अंबार है, जिसकी दरुगध से वहां से गुजरना मुश्किल है।
गार्ड तो हैं पर ट्री गायब
पार्क के चारों ओर ट्री गार्ड लगाए गए थे। गार्ड तो हैं पर ट्री गायब हो गए हैं। बिना पेड़ के गार्ड पर लोग अपने कपड़े सूखा रहे हैं। पार्क में लगे अधिकांश पेड़ गायब हो चुके हैं। कई जगह तो चोर ट्री गार्ड तक उखाड़ ले गए हैं।
टूट गई तमाशागाह की सीढ़ियां
घंटाघर पार्क के कोने पर एक तमाशागाह (ओपन थियेटर) है, जिसकी सीढ़ियां टूट चुकी हैं। सीढ़ियों में कई जगह से पत्थर गायब हो चुके हैं। बड़ी-बड़ी घास उग आई है, जहां अब कोई बैठना तक पसंद नहीं करता।
कोबाल्ट पर सीमेंट का पैबंद
करोड़ों रुपये लगाकर टीले वाली मस्जिद से हुसैनाबाद सफेद दरवाजे तक कोबाल्ट पत्थर की सड़क बनाई गई थी, जिसमें अब जगह-जगह सीमेंट का पैबंद नजर आ रहा है। सड़क में कई जगह गड्ढे हैं, जो दुरुस्त नहीं हो सके। हुसैनाबाद रोड पर जहां चैंबर बने थे, अधिकांश जगह चैंबर के पत्थर गायब हो चुके हैं।
कैमरे में चिड़िया का घोंसला
हेरिटेज जोन की निगरानी के लिए जगह-जगह सीसी कैमरे लगाए गए थे। ताकि, यहां आने वाले लोगों पर निगाह रखी जा सके। पर्यटकों को अराजकतत्व परेशान न करें, लेकिन अब आलम यह है कि इन कैमरों में चिड़ियों ने अपना घोंसला बना लिया है। कई कैमरे शोपीस बने हैं।
उड़ा ले गए पत्थर
घंटाघर पार्क के चारों ओर वॉकिंग ट्रेक बनवाया गया था, ताकि लोग वहां सुबह व शाम को टहल सकें। लेकिन, अब वॉकिंग ट्रेक पर रखे पत्थर तक गायब हो चुके हैं। कई जगह दो से चार फीट तक गहरे गड्ढे हैं, जिनमें गिरकर कोई भी चोटिल हो सकता है।
बरकरार अवैध कब्जा
सड़क के दोनों ओर अवैध कब्जा बरकरार है। नो वेंडिंग जोन में रोजाना दर्जनों दुकाने अवैध तरीके से लगती हैं, जिनपर भीड़ जुटने से ट्रैफिक बाधित होता है, लेकिन इसके बावजूद स्थानीय पुलिस की शह पर खुलेआम दुकानें लग रही हैं। वहीं, बच्चों वाली बैट्री गाड़ी वाले भी अवैध तरीके से खड़े होते हैं।