लोहिया संस्थान में पति-पत्नी को पीटने का मामला: जांच पूरी, अब होगी डॉक्टर पर कार्रवाई
लोहिया संस्थान में अल्ट्रासाउंड करवाने पहुंचे मरीज व पत्नी को पीटने का मामला। चिकित्सा अधीक्षक बोले घटना की पुनरावृत्ति न हो इसलिए कार्रवाई किया जाना तय।
लखनऊ, जेएनएन। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में अल्ट्रासाउंड करवाने आए मरीज पति व पत्नी को पीटने के मामले में आरोपित डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई होगी। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुब्रत चंद्रा ने रेडियोलॉजी विभाग की अध्यक्ष प्रो. रागिनी सिंह से मामले की जांच रिपोर्ट मांगी थी। शुक्रवार को विभागाध्यक्ष की ओर से जांच रिपोर्ट चिकित्सा अधीक्षक को सौंप दी गई।
फिलहाल जांच रिपोर्ट में डॉक्टर पर कार्रवाई की संस्तुति की गई है।
अब जांच रिपोर्ट निदेशक प्रो. दीपक मालवीय को सौंपी जाएगी। वह ही अंतिम निर्णय लेंगे कि आखिर क्या अनुशासनात्मक कार्रवाई हो। चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मरीज की भी इसमें गलती सामने आई है, मगर डॉक्टर द्वारा किया गया कृत्य घोर निंदनीय है। ऐसे में भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसलिए कार्रवाई किया जाना तय है।
ये था मामला
बता दें, गोंडा धर्ममिश्र पुरवा गांव में रहने वाले 30 वर्षीय गोविंद मिश्रा को पेट में ज्यादा परेशानी थी। डॉक्टर ने उन्हें अल्ट्रासाउंड करवाने की सलाह दी। बीते बुधवार को गोविंद मिश्रा अपनी पत्नी रंजना के साथ डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में रेडिएशन आंकोलॉजी भवन के द्वितीय तल पर अल्ट्रासाउंड करवाने पहुंचे। यहां उन्हें टोकन नंबर 25 मिला।
गोविंद का कहना था कि उसे ऑनलाइन पर्चा बनवाने पर सीआर नंबर 2019/ 007897 मिला। आरोप है कि डॉक्टर के जान पहचान और कुछ बाहरी लोगों द्वारा लाए गए मरीजों का पहले अल्ट्रासाउंड किया जा रहा था। ऐसे में उसने इसका विरोध किया तो जूनियर रेजीडेंट (टू) डॉक्टर सत्यव्रत ने मरीज को पकड़कर कमरे में बंद कर दिया। फोन मिलाकर एमबीबीएस के छात्रों को बुला लिया। भुक्तभोगी मरीज गोविंद मिश्रा ने बताया कि किसी तरह वह कमरे से निकला तो डॉक्टर व एमबीबीएस के छात्रों ने मिलकर उसे खूब पीटा। यही नहीं पत्नी को भी उपद्रवी एमबीबीएस छात्रों ने पीट दिया।