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यहां है आपके पेट्स की हर जरूरत का इंतजाम, ठंड से बचेंगे और दिखेंगे फैशनेबल

बाजार में ऐसी एसेसरीज का पूरा कलेक्शन है जिनसे आपके पेट्स ठंड से भी बचेंगे, साथ ही फैशनेबल भी दिखेंगे।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 19 Dec 2018 04:04 PM (IST)Updated: Thu, 20 Dec 2018 09:02 AM (IST)
यहां है आपके पेट्स की हर जरूरत का इंतजाम, ठंड से बचेंगे और दिखेंगे फैशनेबल
यहां है आपके पेट्स की हर जरूरत का इंतजाम, ठंड से बचेंगे और दिखेंगे फैशनेबल

लखनऊ, [कुसुम भारती]। पेट्स घर के सदस्य ही होते हैं। उनकी देखभाल भी बच्चों की तरह करनी पड़ती है। ठंड के मौसम में उन्हें सर्दी से बचाने के लिए वह सब करना पड़ता है, जो हम खुद को ठंड से बचाने के लिए करते हैं। ये इंतजाम अगर उनकी खूबसूरती में भी इजाफा कर दें तो? उनके गर्म कपड़े, उनके बिस्तर, स्पेशल जैकेट के साथ लॉकेट, पट्टा वगैरह में थोड़ा प्रयोग किया जाए तो उनकी सुंदरता को और निखारा जा सकता है। बाजार में ऐसी एसेसरीज का पूरा कलेक्शन है जिनसे आपके पेट्स ठंड से भी बचेंगे, साथ ही फैशनेबल भी दिखेंगे।

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साफ-सफाई की कई चीजें

आपके पेट्स को जैकेट, गद्दे, वॉटरप्रूफ मोजे व जूते न केवल सर्दी से बचाएंगे, बल्कि उनकी सुंदरता भी बढ़ाएंगे। हजरतगंज स्थित एक पेट्स शॉप के ओनर आनंद दुग्गल कहते हैं, पेट्स लवर की मांग पर हर बार नई एसेसरीज लाते हैं। फूड, एसेसरीज से लेकर आकर्षक पिंजरे और झोपड़ीनुमा टेंट उपलब्ध हैं। वहीं, साफ-सफाई के लिए कई तरह के शैंपू, सोप, पाउडर, वाइप्स, बड, माउथवॉश वगैरह की काफी मांग है।

 

टेंट हाउस

महानगर स्थित एक पेट शॉप में खुशबू कहती हैं, पेट्स के साइज के अनुसार गद्दे व जैकेट मौजूद हैं। जैकेट 300 रुपये से एक हजार रुपये तक व गद्दे 700 रुपये से 3500 रुपये की कीमत में हैं। वहीं, झोपड़ीनुमा टेंट हाउस 1800 रुपये में है।

गुलजार हैं बाजार

रंग-बिरंगे कपड़ों व एसेसरीज से सजे-संवरे पेट्स सभी को आकर्षित करते हैं। डॉगी व बिल्ली के लिए लॉकेट, रंगीन फूलों वाला पट्टा व बर्डस की खूबसूरत एसेसरीज पेट्स लवर खूब पसंद करते हैं। वहीं, ठंड से बचाव के लिए स्पेशल जैकेट व बेड भी बाजार में मौजूद हैं।

इंपोर्टेड खिलौने भी

सर्दियों में स्टेनप्रूफ व वॉटरप्रूफ जैकेट्स, बेडिंग व जूते भी खूब इस्तेमाल किए जाते हैं। इसके अलावा उनके खेलने के लिए हार्ड और सॉफ्ट रबर के आस्ट्रेलियन, इटालियन, इंडियन और कई इंपोर्टेड खिलौने भी हैं जिनसे खेलने में पेट्स को काफी मजा आता है।

जरूरत भर निकलेगा खाना

खास तौर से इटालियन कंपनी के फूड एंड वॉटर बाउल हैं। जिनसे सिर्फ उतना ही खाना और पानी निकलता है, जितना वह खाना चाहता है। दिनभर में दो-तीन बार भूख लगने पर वह इसमें से खा सकता है। इन फूड बाउल की कीमत 1800 रुपये से लेकर 4660 रुपये तक है। इसके अलावा फैशन एसेसरीज तीस रुपए से लेकर छह सौ रुपए तक उपलब्ध हैं। बिल्ली के लिए चूहों की शक्ल-सूरत वाले खिलौने मौजूद हैं। इसके अलावा पेट्स और बर्डस के लिए सभी तरह के स्नैक्स और पैकेट फूड उपलब्ध हैं।

सर्दी से बचाएगी जैकेट

बाबूगंज स्थित एक पेट्स शॉप के ओनर मोहित यादव कहते हैं, इस बार रंग-बिरंगी जैकेट की नई रेंज बाजार में आई है। इन जैकेट का पैटर्न तो एक सा है, लेकिन फैब्रिक अलग-अलग तरह की इस्तेमाल की गईं हैं। जैकेट की कीमत पेट्स की ब्रीड और साइज के अनुसार हैं जिनमें 150 रुपये से लेकर 500 रुपये तक की जैकेट शामिल हैं।

 

मोजे और जूते भी

ठंड से बचाने के लिए पेट्स के जूते व मोजे भी उपलब्ध हैं। मोजों की कीमत 150 रुपये से लेकर 200 रुपये तक है। वहीं, जूते 250 से 300 रुपये के बीच हैं।

ठंड में ऐसे बचाएं पेट्स को 

अक्सर पेट्स के बीमार होने पर आप उसे इलाज के लिए प्राइवेट डॉक्टर के पास ले जाते हैं, जबकि सरकारी हॉस्पिटल में भी वही सुविधा मुफ्त में मिलती है। नगर निगम पशु कल्याण विभाग में संयुक्त निदेशक, डॉ. अरविंद राव दे रहे हैं जानकारी..

  • सर्दियों में ज्यादातर पेट्स को कोल्ड शॉक होने का खतरा रहता है। इसलिए रोज के बजाय सप्ताह में एक दिन नहलाएं।
  • कंघी व ग्रूमिंग हर रोज करें। यदि टहलाने ले जाते हैं तो गर्म कपड़े पहनाकर ले जाएं।
  • यदि आप उसे नॉनवेज खिलाते हैं, तो एक अंडा रोज खिलाएं, नहीं तो सोयाबीन खिलाएं।
  • पेट्स ओनर को फूड, ब्रीडिंग, मैनेजमेंट और डिसीज कंट्रोल इन चार मुख्य बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। यानी पेट्स की उम्र के अनुसार उन्हें खाना खिलाएं, समय पर ब्रीडिंग कराएं, उनकी स्वच्छता व रख-रखाव पर ध्यान दें और समय-समय पर वैक्सीनेशन कराएं। जो इन बातों का पालन करते हैं, उनके पेट्स हमेशा स्वस्थ रहते हैं।
  • जन्म के बाद पपी को तीन महीने तक दिन में चार बार डाइट दें जिसमें दूध के साथ सेरेलॅक या दूसरे हेल्थ पाउडर मिलाकर दें।
  • छह महीने बाद दिन में दो बार सॉलिड डाइट दी जाए और यह डाइट उसके शरीर के वजन के अनुसार होनी चाहिए। यानी डाइट की मात्र उसके शरीर का 1/20वें हिस्से के अनुसार हो।
  • पेट्स ओनर कोशिश करें कि बीमार होने पर अपने पेट्स को सरकारी हॉस्पिटल में ही दिखाएं। कान्हा उपवन में सुविधा बिल्कुल फ्री है।

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