Hello Doctor: कोरोना वायरस के लड़ने के लिए अपने साथ घर की साफ सफाई भी जरूरी
दैनिक जागरण के कार्यक्रम हेलो डॉक्टर में कोरोना वायरस को लेकर जानकारी दे रहे हैं केजीएमयू के रेस्पेरेट्री विभाग के प्रमुख प्रो सूर्यकांत।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना वायरस का फैलाव लगातार बढ़ रहा है। चिकित्सकों के मुताबिक, देश कोरोना वायरस के संक्रमण के दूसरे चरण से गुजर रहा है। ऐसे में हमारी कोशिश यह होनी चाहिए कि इसे तीसरे चरण में पहुंचने से रोका जाए। इसके लिए जरूरी है-सोशल डिस्टेंसिंग यानी आपस में दूरी बनाएं। अपने साथ घर की भी अच्छी तरह से सफाई करें। खुद और परिवार को इस संक्रमण से बचाने से जुड़ी तमाम महत्वपूर्ण बातों की जानकारी देने के लिए शनिवार को दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित ‘हेलो डॉक्टर’ कार्यक्रम में किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के रेस्पेरेट्री मेडिसिन विभाग के हेड व आइएमए के ऑनरेरी प्रोफेसर डॉ. सूर्यकांत मौजूद थे। डॉ. सूर्यकांत ने पाठकों के सवालों के जवाब दिए।
-हम अपने घर को किस तरह से सैनिटाइज कर सकते हैं।
शैलेंद्र श्रीवास्तव, फैजाबाद
जवाब : घर की साफ-सफाई भी बहुत जरूरी है। प्रतिदिन किसी कीटाणुरोधक सॉल्यूशन को पानी में मिलाकर पोछा लगवाएं। घर में धूल-गर्दा न एकत्र होने दें। खासतौर पर पुराने पेपर आदि पर इकठ्ठा होने वाली धूल संक्रमण का बड़ा कारण है। चादरें, सोफे के कवर, पर्दे, बच्चों के खिलौने आदि को नियमित रूप से धोते रहें।
-क्या गंदे कपड़ों से भी संक्रमण हो सकता है।
चंदन कनौजिया, अयोध्या
जवाब : गंदे कपड़े न केवल कोरोना बल्कि फंगस, बैक्टीरिया व अन्य वायरस के संक्रमण का कारण बन सकते हैं। इसलिए प्रतिदिन स्नानकर साफ कपड़े पहनें और इसे आदत में शुमार करें।
’ कोरोना की पहचान कैसे की जा सकती है।
गुड्डू, रकाबगंज
जवाब : कोरोना भी साधारण सर्दी-जुकाम की ही तरह होता है, लेकिन इसमें सूखी खांसी आती है। बुखार, सिर व बदन दर्द के साथ सांस लेने में दिक्कत होती है।
मास्क का प्रयोग कैसे करना चाहिए।
विनोद कुमार, गोंडा
जवाब : मास्क सामान्य व्यक्ति को नहीं लगाना चाहिए, जो संक्रमित हो या संक्रमित व्यक्ति से मिला हो। डॉक्टर या अस्पताल में काम करता हो। यदि आप भीड़भाड़ वाली जगह पर जा रहे हों तो भी पहन सकते हैं।
क्या मुर्गा, मछली खाने से भी कोरोना हो सकता है।
मोहित, लखनऊ
जवाब : ऐसा नहीं है, लेकिन शाकाहारी भोजन सेहत के लिए अच्छा होता है। आप हरी सब्जियां, फल, दूध-दही, दालों का सेवन करें और स्वस्थ रहें।
क्या इसका संक्रमण हवा के माध्यम से भी फैल सकता है।
बसंत सिंह, गोमती नगर
जवाब : कोरोना वायरस का संक्रमण हवा से नहीं फैलता, लेकिन अन्य वायरस हवा से फैलते हैं। यदि कोई साधारण व्यक्ति भी खांसे या छींके तो भी उसे रुमाल का प्रयोग करना चाहिए। कुछ न हो तो कोहनी का प्रयोग करें।
कोरोना से बचाव कितने दिन और कैसे करें।
मनकामेश्वर उपाध्याय, बहराइच
जवाब : अभी कम से कम दो सप्ताह सावधानी बरतनी आवश्यक है। संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें। बाहर से आएं तो हाथ साबुन से अच्छी तरह धोकर भाप लें। गर्म पानी व चीजों का सेवन करें। ठंडी चीजों से परहेज करें।
बाजार में मिलने वाले मास्क को कितने दिन प्रयोग कर सकते हैं।
देवांश राजन, हरदोई
जवाब : बाजार में मिलने वाले मास्क को हर दिन बदलना चाहिए। आप ‘देसी मास्क’ का प्रयोग करें। अंगोछा, रुमाल, दुपट्टा या अन्य साफ कपड़े को चार पर्तो में मोड़कर मास्क की तरह लगाएं। इसे हर दिन धो सकते हैं। इसलिए बाजार से खरीदने के बजाय घर में ही मास्क बनाएं।
कोरोना से कैसे बचाव करें।
मनोज गुप्ता, बलरामपुर
जवाब : याद कीजिए, बाहर से घर आने पर बड़े-बुजुर्ग कहते थे कि हाथ-मुंह धो लो। यह हमारी प्राचीन परंपरा है। बस इसी को याद रखने की जरूरत है। आप संक्रमण से बच सकते हैं।
क्या सबको मास्क पहनना चाहिए।
अभिमन्यु तिवारी, गोंडा
जवाब : जी नहीं, मास्क वही लोग पहनें जो संक्रमित हैं या किसी ऐसे व्यक्ति से मिले हों जो संक्रमित हो। इसके अलावा यदि सर्दी-जुकाम हो तो भी आप मास्क का प्रयोग करें, दूसरों को संक्रमित न कर सकें।
ईंट भट्ठे में काम करता हूं। हर रोज 40 किमी जाना पड़ता है, डरता हूं क्या करूं।
लक्ष्मी शंकर यादव, सुलतानपुर
जवाब : आप बस में यात्र करते समय ऐसी सीट पर बैठे जहां आसपास कोई न हो। मास्क भी इस्तेमाल कर सकते हैं। भट्ठे पर काम करते समय धूल से बचने के लिए मास्क जरूर पहनें।
इन बातों का रखें ध्यान
- 81 प्रतिशत कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों में संक्रमण हल्का एवं स्वनियंत्रित होता है
- 14 फीसद कोरोना पीड़ित मध्यम रूप से बीमार होते हैं
- 05 फीसद लोगों को अस्पतालों में भर्ती होने की नौबत आती है
- 02-03 प्रतिशत लोगों की कोरोना से ग्रसित होने पर मौत हो जाती है
- उत्तर प्रदेश हेल्पलाइन नंबर : 18001805145
- मोबाइल, चश्मा और घड़ी की भी सफाई का रखें ध्यान
- मोबाइल, चश्मा, घड़ी, इनका इंसान सबसे अधिक प्रयोग करता है। इसलिए इनकी सफाई का अवश्य ध्यान रखें। संक्रमण का यह बड़ा कारण हो सकते हैं
- नियमित रूप से भाप लें और गर्म पेय पदार्थ पीएं। इससे गला व नाक में गर्माहट रहेगी और संक्रमण की संभावना कम हो जाएगी
- बुजुर्ग, गर्भवती व बच्चों को इन दिनों घर पर ही रखें
- खांसने, छींकने के दौरान या फिर भीड़ में हैं, तो अपना चेहरा मास्क, रुमाल या गमछा से ढ़कें। लड़कियां दुपट्टे से नाक व मुंह को ढकें।
- ज्यादा से ज्यादा गर्म तरल पदार्थो का सेवन करें और गरारे करें, विशेष रूप से भीड़भाड़ वाली जगहों से आने पर भाप लें
- तेज बुखार, सांस फूलने एवं बेहोशी जैसे लक्षण की अवस्था में चिकित्सक से परामर्श करें
- अभिवादन के लिए नमस्कार करें और हाथ मिलाने से बचें।