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Mathura Clash: मोबाइल पर हॉट-टॉकः आप मुझे मरवा दोगे, नहीं तुम आगे बढ़ो

मथुरा के आपरेशन जवाहरबाग में शहीद एसपी सिटी के मोबाइल में कई गहरे राज और बातें छिपी हैं, जो जांच के दौरान कई चौंकाने रहस्य उजागर कर सकती हैं।

By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 08 Jun 2016 06:40 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jun 2016 03:09 PM (IST)
Mathura Clash: मोबाइल पर हॉट-टॉकः आप मुझे मरवा दोगे, नहीं तुम आगे बढ़ो

लखनऊ(जेएनएन)। मथुरा के आपरेशन जवाहरबाग में शहीद एसपी सिटी के मोबाइल में कई गहरे राज और बातें छिपी हैं, जो जांच के दौरान कई चौंकाने रहस्य उजागर कर सकती हैं। एसपी सिटी जब कथित सत्याग्रहियों से घिरे थे, तब उनकी एक अधिकारी से हॉट-टॉक भी हुई थी। नजदीक खड़े एक पुलिसकर्मी ने एसपी सिटी को मोबाइल फोन पर यह कहते सुना था कि आप मुझे मरवा दोगे। इस पर भी उनके अधिकारी कह रहे थे कि नहीं, तुम आगे बढ़ो।

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ऑपरेशन जवाहर बाग में एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी बुरी तरह से घायल हो चुके थे। बेहोशी छाने लगी थी। उन्हें तत्काल चिकित्सकीय सुविधा की दरकार थी। ये तो सब हो ही रहा था, मगर कोई शख्स ऐसा भी था, जो उनकी हालत के अंजाम को भांप गया था। उसे ये भी पता था कि एसपी सिटी दबाव के शिकार हुए हैं। सूत्र बताते हैं कि अस्पताल पहुंचाने के दौरान कुछ अधिकारियों को उनके ध्यान आया तो एसपी सिटी के मोबाइल फोन की काफी तलाश की गई, मगर वह नहीं मिला। किसी को यह भी पता नहीं चला कि मोबाइल फोन किसके पास है। इसे ढूंढने के लिए दूसरे दिन भी हलचल मची रही। पुलिस महकमे के सूत्र यहां तक बताते हैं कि ऑपरेशन वाली रात आए एडीजी दलजीत सिंह चौधरी से लेकर अगले दिन आए डीजीपी जावीद अहमद तक ने इस मोबाइल फोन की चर्चा की थी, मगर सबकी बोलती बंद थी क्योंकि तब तक मोबाइल फोन शहीद एसपी के परिजनों के हाथ आ चुका था।

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दरअसल, मुकुल द्विवेदी के पास मोबाइल सेट व्यक्तिगत था और डुअल सिम वाले इस सेट में ही वे सीयूजी सिम भी इस्तेमाल करते थे। परिजनों ने बताया कि ये मोबाइल उसी एजेंसी को दिया जाएगा जिस पर निष्पक्ष जांच का भरोसा होगा। परिजनों का कहना है कि हम भी जानना चाहेंगे कि मुकुल से किन-किन लोगों ने क्या-क्या बातें की थीं, अफसरों ने किस तरह के दिशा-निर्देश दिए थे। मुकुल ने क्या बात कही और उनकी कितनी बात सुनी गई और किस बात को नजरअंदाज किया गया। परिजनों ने बताया कि अभी तक किसी भी अधिकारी ने मोबाइल की बाबत न तो जानकारी दी और न हमसे बात की।


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