होमगार्ड के बेटे का आइईएस में चयन, एसएसपी ने किया सम्मानित
पहली बार में ही भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (आइईएस) परीक्षा में सफलता हासिल की। शिवम की सफलता पर रिश्तेदारों से लेकर गांव तक में खुशी।
लखनऊ, (जेएनएन)। इटौंजा के आलादातपुर के लाल ने कमाल कर दिया। उसने पहली बार में ही भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (आइईएस) परीक्षा में सफलता हासिल की है। सीमित संसाधनों के बीच अध्ययन करने वाले इस होनहार युवक के पिता होमगार्ड हैं।
इटौंजा क्षेत्र के गांव आलादातपुर निवासी शिवम मिश्र ने वर्ष 2017 में निजी कॉलेज से बीटेक मैकेनिकल से किया है। वहीं एक वर्ष तैयारी कर पहली बार में ही आइईएस में 114 रैंक हासिल की है। शिवम की कक्षा आठ तक की शिक्षा गांव से हुई। वहीं हाईस्कूल जानकीपुरम के एक निजी स्कूल व इंटर नेशनल कॉलेज से किया है। किसान परिवार में जन्मे शिवम मिश्रा की गणित और अंग्रेजी विषय पर अच्छी पकड़ है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आवास पर तैनात होमगार्ड दुर्गेशचंद्र मिश्रा के पुत्र शिवम मिश्रा को 114 रैंक के साथ "इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस 2018" में चुना गया। @Uppolice @dgpup @adgzonelucknow @Igrangelucknow @upcoprahul @HomeDepttUP @WeUttarPradesh @NBTLucknow pic.twitter.com/cg8NNalDX1 — LUCKNOW POLICE (@lucknowpolice) November 11, 2018
विज्ञान वर्ग से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की थी। वहीं बीटेक में भी 82.4 अंक फीसद हासिल किए किए थे। शिवम की सफलता पर रिश्तेदारों से लेकर गांव तक में खुशी है।
शिवम के मुताबिक गांव में अन्य इंजीनियर हैं, मगर आइईएस सेवा में सफलता प्राप्त करने वाला पहला हूं। शिवम अपनी सफलता का श्रेय दादा प्रेमचंद्र मिश्र और पिता दुर्गेशचंद्र मिश्र व चाचा को देते हैं। उन्होंने बताया कि घर में दो बीघा जमीन है। वहीं पापा व चाचा होमगार्ड हैं। दोनों की मदद से उनकी पढ़ाई पूरी हुई। तभी यह मुकाम मिल सका। शिवम के पिता दुर्गेशचंद्र मिश्र इस समय एसएसपी आवास पर तैनात हैं। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने शिवम के पिता को सम्मानित किया।