होमगार्ड्स गृह जिले के नजदीक ही कर सकेंगे ड्यूटी
- होमगार्ड दिवस पर डीजी ने की घोषणा, जनवरी से लागू होगी व्यवस्था - दिहाड़ी व दुर्घटना सहायता क
- होमगार्ड दिवस पर डीजी ने की घोषणा, जनवरी से लागू होगी व्यवस्था
- दिहाड़ी व दुर्घटना सहायता की राशि बढ़ाने का भी बनाया गया प्रस्ताव
जागरण संवाददाता, लखनऊ : होमगार्ड्स जवानों को अब घर से दूर गैर जिलों में ड्यूटी के लिए नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें गृह जिले में ही ड्यूटी दी जाएगी। इस बावत सभी होमगार्ड्स से उनके जिले के तीन ड्यूटी स्थलों का प्रस्ताव मांगा गया है। इसके अलावा होमगार्ड को आकस्मिक दुर्घटना सहायता राशि 10 से 50 हजार तक और दिहाड़ी 375 से 475 रुपये किए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। यह घोषणा होमगार्ड दिवस के मौके पर प्रेस वार्ता के दौरान डीजी होमगार्ड डॉ. सूर्य कुमार शुक्ला ने की। इसके पहले ग्राउंड में परेड कमांडर एसपी सिंह ने होमगार्ड जवानों के साथ डीजी को सलामी दी। डीजी ने विभाग द्वारा निकाली गई नामामि गंगे जागृति यात्रा, हाल ही में बढ़ी 25 हजार ड्यूटी व अन्य कार्यो के बारे में जानकारी दी।
डीजी ने बताया कि अब होमगार्ड्स पीजीआइ, लखनऊ विश्वविद्यालय और निजी संस्थानों में ड्यूटी कर रहे हैं। इस दौरान 13 दिसंबर को मुख्यालय में प्रस्तावित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम के मद्देनजर फुल ड्रेस परेड रिहर्सल भी किया गया। डीजी ने बताया कि गुरुवार से मुख्यालय समेत सभी जिलों में होमगार्ड्स के लिए खेलकूद प्रतियोगिता व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जो 15 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान डीआइजी होमगार्ड एसके सिंह, एसएसओ सुनील कुमार सिंह, सीसीआइ कमांडेंट संजीव शुक्ला, एसएसओ द्वितीय आरके आजाद, जिला कमांडेंट कृपा शंकर पांडेय, इंस्पेक्टर वीके सिंह व अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
जल्द लागू होगी कैडर रिव्यू योजना
डीजी ने बताया कि जल्द ही विभाग में राजपत्रित एवं अराजपत्रित अधिकारियों के कैडर रिव्यू योजना लागू होगी। इस संबंध में शासन को आख्या भेज दी गई है। शासन की संस्तुति के बाद जल्द ही यह व्यवस्था लागू होगी, क्योंकि विभाग के गठन के बाद से अब तक कैडर रिव्यू नहीं हुआ है। इससे अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
100 यूपी को दिए जाएंगे 750 ड्राइवर : बताया गया कि 100 यूपी में ड्राइवरों की कमी होने के कारण 750 होमगार्ड ड्राइवर दिए जाएंगे। ड्राइवरों की कमी के कारण 12 घंटे ड्यूटी ली जा रही है। ड्राइवरों की कमी पूरी होने पर सब आठ घंटे की ड्यूटी कर सकेंगे। पुलिस विभाग में जहां भी सिपाहियों की कमी होगी वहां होमगार्ड्स को लगाया जाएगा।
सात जिलों में मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर ड्यूटी करेंगे होमगार्ड
डीजी ने बताया कि रेलवे को प्रथम चरण में 450 होमगार्ड दिए जा रहे हैं। द्वितीय चरण में भी 450 दिए जाएंगे। प्रथम चरण में रायबरेली, अमेठी, सुलतानपुर, बाराबंकी, प्रतापगढ़, इलाहाबाद, सीतापुर स्थित मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर ड्यूटी लगाई जाएगी।
प्रति वर्ष 500 कर्मचारियों को दिए जाएंगे पदक : विभाग में सराहनीय सेवाओं, अच्छी ड्यूटी, अच्छे टर्न आउट वाले होमगार्डो को चिह्नित किया जा रहा है। चिह्नित होने के बाद प्रति वर्ष ऐसे 500 होमगार्ड को पदक दिए जाएंगे। डीजी ने बताया कि उनकी ओर से भी सराहनीय कार्यो के लिए होमगार्ड को प्रशंसा चिह्न दिया जाएगा। अब तक 26 जवानों को प्रशंसा चिह्न दिया जा चुका है।
होमगार्ड्स का भी होगा प्रमोशन
डीजी के मुताबिक विभाग में अब होमगार्ड्स का भी प्रमोशन होगा। ईमानदारी पूर्वक ड्यूटी और सराहनीय कार्य करने वाले होमगार्ड्स का शैक्षिक योग्यता के अनुसार प्रमोशन किया जाएगा। होमगार्ड्स को भी अवैतनिक प्लाटून कमांडर, सहायक कंपनी कमांडर और कंपनी कमांडर के पद पर प्रमोशन दिया जाएगा।