उत्तर प्रदेश भर में दिखी सौहार्द की मिसाल, होली पर बदला जुमे की नमाज का वक्त
सांप्रदायिक सौहार्द के लिए लखनऊ में मंगलवार को मुस्लिम धर्मगुरुओं की अनूठी पहल का असर प्रदेश भर में दिखने लगा है।
लखनऊ (जेएनएन)। सांप्रदायिक सौहार्द के लिए लखनऊ में मंगलवार को मुस्लिम धर्म गुरुओं की अनूठी पहल का असर प्रदेश भर में दिखने लगा है। गंगा जमुनी तहजीब को बरकरार रखने के लिए ईदगाह ऐशबाग, लखनऊ के इमाम व इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली और शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जब्वाद की होली के दिन जुमे की नमाज का वक्त आगे बढ़ाने की सलाह के बाद बुधवार को बरेली व अलीगढ़ के धर्म गुरुओं ने भी नमाज का वक्त बदल दिया है। धर्म गुरुओं इस अपील का देवबंदी उलमा ने समर्थन किया है।
अलीगढ़ के शहर मुफ्ती खालिद हमीद ने होली पर्व को देखते हुए अतिसंवेदनशील इलाकों की तीन मस्जिदों में नमाज का वक्त बदल दिया है। इन क्षेत्रों में रंग पडऩे की वजह से कई बार सांप्रदायिक टकराव हो चुका है। ऐसी तनातनी खत्म करने और आपसी सौहार्द बढ़ाने के लिए शहर मुफ्ती ने यह घोषणा की तो चौतरफा सराहना भी शुरू हो गई। शहर मुफ्ती ने अब्दुल करीम चौराहा व फूल चौक स्थित मस्जिदों में दोपहर की नमाज (जोहर) का वक्त आधा घंटा आगे बढ़ाया है। यह दोपहर एक बजे होती थी, अब डेढ़ बजे अदा की जाएगी। इसके अलावा पुरानी कोतवाली स्थित ऐले हदीस मस्जिद में नमाज का समय बढ़ाया गया है। खालिद हमीद का कहना है कि डेढ़ बजे तक ङ्क्षहदूभाई होली खेल चुके होंगे। नमाज पढऩे वालों को भी कोई दिक्कत नहीं होगी।
उधर, बरेली में भी दरगाह-ए-आला हजरत से ताल्लुक रखने वाले संगठन जमात-रजा-ए-मुस्तफा ने ङ्क्षहदू-मुस्लिम समाज की मिलीजुली आबादी वाले इलाकों की मस्जिदों में होली के दिन जुमे की नमाज दोपहर 1:30 बजे से 3:30 के दरम्यान पढ़ाने की इल्तिजा की है। जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष व शहर काजी हजरत असजद मियां के हवाले से उनके प्रतिनिधि खलील कादरी ने संगठन के लेटर हेड पर यह पैगाम जारी किया है। होली के दिन नमाजियों पर रंग न पड़े, इसके लिए मस्जिदों में नमाज का वक्त थोड़ा आगे कर लिया जाए। साथ ही यह भी कहा गया है कि नमाज सबसे नजदीकी मस्जिद में अदा करें। जमात रजा-ए-मुस्तफा के महासचिव हजरत सलमान मियां ने बताया कि मलूकपुर समेत कई मस्जिदों में नमाज के समय में फेरबदल किया है। कई अन्य सामाजिक संगठन भी होली पर सामाजिक सौहार्द पेश करने की गुजारिश कर रहे हैं।
मौलाना फरंगी महली की अपील से देवबंदी उलमा सहमत
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की होली के दिन जुमा की नमाज के समय में बदलाव करने की अपील का देवबंदी उलमा ने भी समर्थन किया है। दारुल उलूम वक्फ के वरिष्ठ उस्ताद मुफ्ती आरिफ कासमी ने कहा कि देश में रहने वाले हर धर्म के लोगों का यह कर्तव्य बनता है कि वे एक-दूसरे के त्योहारों का ख्याल रखें। तंजीम उलमा-ए-ङ्क्षहद के प्रदेशाध्यक्ष मौलाना नदीमुल वाजदी ने कहा कि ङ्क्षहदुस्तान की गंगा जमुनी तहजीब और ङ्क्षहदू मुस्लिम भाईचारे की मिसाल एक बार फिर दुनिया के सामने पेश करने का यह बेहतरीन मौका है। इस्लाम भी हमें यही शिक्षा देता है कि अपने पड़ोसी का पूरी तरह ख्याल रखा जाए। तंजीम अब्ना-ए-दारुल उलूम के अध्यक्ष मुफ्ती यादे इलाही कासमी ने कहा कि यह एक अच्छी पहल है।
फीरोजाबाद में भी बदला जुमे की नमाज का वक्त
फीरोजाबाद में मुस्लिम समाज ने कौमी एकता और भाईचारे की मिसाल पेश की है। ऐसा शायद पहली बार हुआ है, जब जुमे की नमाज का वक्त बदला गया है। बुधवार को मस्जिद फरोशान में हुई बैठक में मौलाना और उलमाओं ने निर्णय लिया है कि जिन मस्जिदों में जुमे की नमाज दोपहर डेढ़ बजे से पहले होती है, वहां इस बार नमाज आधा घंटे देर से होगी। इसको लेकर डीएम नेहा शर्मा ने मंगलवार को शांति कमेटी की बैठक में अपील की थी। अपील पर अल जमिअतुल अरबिया की बैठक मस्जिद फरोशान में शहरमुफ्ती अब्दुल अलीम ईशा की अध्यक्षता में हुई और नमाज आधा घंटे बाद करने का फैसला लिया गया। वहीं मथुरा में भी मस्जिदों में शुक्रवार को दोपहर दो बजे होने वाली नमाज को आधा घंटा बाद ढाई बजे करने का फैसला लिया है।