History Sheeter Vikas Dubey: सीसी कैमरों और सुहाग का वास्ता देकर पत्नी ने बचाया था STF से
20 दिन सुरागरसी के बाद सन 2017 में एसटीएफ ने लखनऊ कृष्णानगर स्थित घर पर दी थी दबिश। पूजा की थाली फैंक कर घर में गया था छिप पत्नी ने एसटीएफ टीम को था रोका।
लखनऊ, जेएनएन। छोटी-मोटी चोरी व लूट केे साथ जरायम की दुनिया में कदम रखने वाला विकास दुबे कुछ ही सालों में स्थानीय पुलिस के साथ एसटीएफ के लिए भी बड़ी चुनौती बनकर खड़ा हो गया । 2017 में एसटीएफ की टीम ने करीब 20 दिन की सुरागरसी के बाद जब उसके लखनऊ के कृष्णानगर इंद्रलोक कालोनी स्थित घर पर दबिश दी तब वह पूजा कर रहा था।
एसटीएफ को देख पूजा की थाली फेंक कर घर में छिप गया था। उसकी पत्नी ऋचा ढाल बनकर एसटीएफ के सामने खड़ी हो गई थी। पत्नी ने टीम को जाति विशेष का वास्ता देकर अपने सुहाग की भीख मांगने लगी। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक टीम के बल प्रयोग करने घर में चप्पे-चप्पे पर सीसी कैमरे लगे होने और डीवीआर गुप्त स्थान पर लगे होने के साथ उसका ऑनलाइन डाटा वकील के पास होने की बात कही। जिससे एसटीएफ उसका एंकाउंटर न कर सके।
टीम में शामिल एक अधिकारी के एंकाउंटर न करने के आश्वासन पर घर के चोर रास्ते से भागने की फिराक में छिपे विकास दुबे को टीम के हवाले किया। उसके पास से एसटीएफ को बड़ी मात्रा में हथियार व कारतूस बरामद हुए थे। इसके कुछ ही दिन बाद विकास पुलिस मुठभेड़ से बचने के लिए कानपुर की राजनीति में खासा सक्रिय होने के साथ जमीन खरीदफरोख्त और अवैध खनन करने लगा। जिसमें एक स्थानीय विधायक का हाथ भी उस पर था। जिसको लेकर आजकल क्षेत्र में चर्चा आम है। हालाकि विकास की दबंगई के चलते तीन बार जिला पंचायत सदस्य पद पर कब्जा रखा। पहले खुद बाद में चचेरा भाई अनुराग। आजकल उसकी पत्नी ऋचा जिला पंचायत सदस्य है। उसके बिना कहे आस पास के गांवों में प्रधान नहीं चुने जाते हैं। उसके गांव बिकरू में 15 सालों से निर्विरोध ग्राम प्रधान चुना जा रहा है।