मैसूर से आएगी नन्हे आदित्य की दुल्हनिया, दूर होगा अकेलापन
लखनऊ प्राणी उद्यान में मादा हिप्पो मुन्नी व नर हिप्पो बादल के जाने के बाद से अकेले रह रहे नन्हे आदित्य के लिए खुशखबरी है। मैसूर चिडि़याघर ने मादा हिपो देने पर सहमति जता दी है।
लखनऊ, (जुनैद अहमद )। इंसान हो या वन्यजीव अकेलापन हर किसी को उदास और कमजोर कर देता है। दो माह पहले हिप्पो मुन्नी व बादल के चले जाने के बाद से नन्हा आदित्य बिलकुल अकेला पड़ गया है। वह काफी उदास भी रहता है। इसके चलते चिडिय़ाघर प्रशासन उसका अकेलापन दूर करने का प्रयास कर रहा है। आदित्य के पार्टनर की तलाश जोरशोर से की गई। देश भर के चिडिय़ाघर से बात की गई। नतीजा यह रहा कि मैसूर जू हिप्पो देने के लिए राजी हो गया है। अब आदित्य की दुल्हनिया मैसूर से लाई जाएगी। नन्हीं दुलहनिया इस मायने में भी खास है कि एक तो वो बाड़े में जून-जुलाई के बाद से अकेले रह रहे किशोर हिप्पो आदित्य को कंपनी देगी। साथ ही उम्र बढऩे के साथ ही दोनों आगे चलकर बढिय़ा मेलजोल के चलते कुनबा भी बढ़ा सकते हैं।
बीती 24 जून को मां मुन्नी को पड़े दिल के दौरे और 20 जुलाई को हिप्पो बादल की अचानक मौत के बाद से आदित्य काफी दिनों तक सदमे में रहा। लंबे समय तक नो मैन मूवमेंट जोन में रहने के बाद लगभग दो साल के आदित्य ने अब कीपरों के अलावा चिकित्सकों को रिस्पांस तो देना शुरू कर दिया है, लेकिन अभी भी वो दर्शकों को देखकर भाग जाता है या पानी में अंदर बैठ जाता है। रात में और तड़के सुबह वह पानी में या खुले में आता है, लेकिन बाकी समय वो कमरे में ही दुबका रहता है। चिकित्सकों के मुताबिक वो अभी एक-एक कर अपने पालक खोने के सदमे से पूरी तरह से बाहर नहीं आ पाया है। ऐसे में उसका पार्टनर लाने का फैसला किया गया है। साथ ही समय बीतने पर दोनों जोड़ा बनाकर कुनबा बढ़ा सकते हैं। आदित्य इन दिनों अपना फेवरिट खीरा, हरी चरी, चाकेकर और गाजर की खुराक ले रहा है।
चिडिय़ाघर के निदेशक आरके सिंह ने बताया कि हिप्पो आदित्य का अकेलापन दूर करने के लिए उसकी पार्टनर लाने का फैसला लिया गया। कई चिडिय़ाघर से बात हुई थी, जिसके बाद मैसूर ने हिप्पो देने की बात कही है। सारी प्रक्रिया के बाद हम आदित्य की पार्टनर ले आएंगे।