Vishwakarma Puja 2021: हिंदू-मुस्लिम आज एक साथ करेंगे विश्वकर्मा जी की पूजा, इस बार है सर्वार्थ सिद्धि योग; जानिए मुहूर्त
Vishwakarma Puja 2021 भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर शुक्रवार को हिंदू-मुस्लिम कामगार एक साथ औजारों की पूजा करेंगे। भगवान विश्वकर्मा देवी-देवताओं के शिल्पकार कहे जाते हैं। अस्त्र-शस्त्रों व वाहनों का निर्माण उन्होंने ही किया था। 17 सितंबर को हर साल होने कामगार दुकान बंद कर औजारों की पूजा करते हैं।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर शुक्रवार को हिंदू-मुस्लिम कामगार एक साथ औजारों की पूजा करेंगे। भगवान विश्वकर्मा देवी-देवताओं के शिल्पकार कहे जाते हैं। अस्त्र-शस्त्रों व वाहनों का निर्माण उन्होंने ही किया था। 17 सितंबर को हर साल होने कामगार दुकान बंद कर औजारों की पूजा करते हैं।
ट्रांसपोर्ट नगर, रेलवे लोको के साथ अन्य कारखानों में पूजन होगा। आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार ब्रह्मा जी के पुत्र धर्म की सातवीं संतान का नाम वास्तु था। विश्वकर्मा जी वास्तु जी के पुत्र थे, जो अपने माता-पिता की भांति महान शिल्पकार हुए।
भगवान विश्वकर्मा जी की पूजा में अक्षत, हल्दी, फूल, पान, लौंग, सुपारी, मिठाई, फल, धूप, दीप और रक्षासूत्र का का प्रयोग करना चाहिए। मकबूलगंज स्थित 129 साल पुराने मंदिर में पांच लोगों की मौजूदगी में पूजन होगा। प्रबंधक त्रिभुवन नाथ शर्मा ने बताया कि मंदिर में कोरोना संक्रमण से बचाव के साथ पूजन होगा। विश्वकर्मा मंदिर में 17 सितंबर को हिंदू-मुस्लिम एक साथ भगवान की पूजा करते हैं। मंदिर में भगवान विश्वकर्मा जी की प्रतिमा बनाने वाले राय बहादुर दुर्गा प्रसाद की प्रतिमा भी मंदिर में स्थापित है। 1891 में उन्होंने प्रतिमा के साथ अपनी प्रतिमा का निर्माण किया था।
पालीटेक्निक-आइटीआइ में विशेष आयोजनः अलीगंज के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य आरएन त्रिपाठी ने बताया कि संयुक्त निदेशक एसएसी तिवारी के सानिध्य में भगवान विश्वकर्मा की कार्यशालाओं में पूजा होगी। चारबाग स्थित आइटीआइ के प्रधानाचार्य ओपी सिंह के सानिध्य में पूजन होगा। लखनऊ पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह, हीवेट पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य डा.यूसी वाजपेयी, गोविंद बल्लभ पंत राजकीय पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य केके श्रीवास्तव और राजकीय महिला पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य एसके श्रीवास्तव के सानिध्य में पूजन होगा।