सहारनपुर पत्रकार हत्याकांड में उत्तराखंड पुलिस से मांगी गई मदद, कड़ी कार्रवाई के निर्देश
सहारनपुर में दैनिक जागरण के युवा पत्रकार आशीष कुमार धीमान व उनके छोटे भाई आशुतोष उर्फ गौरी की हत्या की वारदात को डीजीपी मुख्यालय ने बेहद गंभीरता से लिया है।
लखनऊ, जेएनएन। सहारनपुर में दैनिक जागरण के युवा पत्रकार आशीष कुमार धीमान व उनके छोटे भाई आशुतोष उर्फ गौरी की हत्या की वारदात को डीजीपी मुख्यालय ने बेहद गंभीरता से लिया है। एडीजी कानून-व्यवस्था पीवी रामाशास्त्री व आइजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने एसएसपी सहारनपुर दिनेश कुमार पी. से दुस्साहसिक वारदात को लेकर कड़ी नाराजगी जताई और आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया। आरोपित पिता-पुत्रों के रुड़की (उत्तराखंड) में छिपे होने की आशंका है। उत्तराखंड के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर आरोपितों की तलाश में मदद मांगी गई है। डीजीपी मुख्यालय स्तर से आइजी कानून-व्यवस्था को पूरे मामले की मानीटरिंग सौंपी गई है।
सहारनपुर के पुराना माधोनगर में दबंग पड़ोसी और उसके दो बेटों ने रविवार को आशीष धीमान व उनके छोटे भाई आशुतोष की गोली मारकर हत्या कर दी थी। आइजी कानून-व्यवस्था का कहना है कि आरोपित महीपाल, उसके बेटे सूरज, सन्नी व गौरव की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित कराने के लिए स्थानीय पुलिस को कड़े निर्देश दिये गये हैं। उत्तराखंड पुलिस से भी मदद मांगी गई है। बताया गया कि महीपाल के खिलाफ उत्तराखंड में दुष्कर्म का एक मामला दर्ज है। इस मामले में रुड़की निवासी उसके जमानतदारों की भी तलाश कराई जा रही है। महीपाल के खिलाफ सहारनपुर में दर्ज मारपीट समेत अन्य धाराओं में दर्ज मुकदमों के जमानदारों की भी कुंडली खंगाली जा रही है। महीपाल के अन्य मददगारों को भी तलाश जा रहा है, जिससे उस तक जल्द पहुंचा जा सके।
फरार हत्यारोपित पिता-पुत्र पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित
पत्रकार आशीष धीमान व उनके भाई आशुतोष उर्फ गौरी के हत्यारोपित महिपाल व उसके तीनों बेटों का 24 घंटे बाद भी पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी। पुलिस की आठ टीमें हत्यारोपितों के सभी संभावित ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिश दे रही हैं। एसएसपी ने मुख्य आरोपित महिपाल व उसके बड़े बेटे सूरज पर 25-25 हजार रुपये इनाम घोषित किया है, जबकि अन्य बेटों के नाबालिग होने के कारण इनाम घोषित नहीं किया गया। उधर, हत्या में शामिल नामजद महिपाल की पत्नी विमलेश को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया, जबकि 14 साल की बेटी को नोएडा के बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया है।