शिवसेना और विहिप के कार्यक्रम को लेकर अयोध्या में सड़क से लेकर स्टेशन तक चौकसी
राम मंदिर निर्माण मुद्दे को लेकर आयोध्या में 24-25 को प्रस्तावित कार्यक्रमों के मद्देनजर चौकसी बढ़ा दी गई है। अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है
जेएनएन, लखनऊ। राम मंदिर निर्माण मुद्दे को लेकर आयोध्या में 24-25 को प्रस्तावित कार्यक्रमों के मद्देनजर शुक्रवार से ही चौकसी बढ़ा दी गई है। अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। खासकर रेलवे स्टेशन से लेकर अयोध्या में प्रवेश करने वाले हर मार्ग पर खुफिया इकाई को पूरी तरह से सतर्क कर दिया गया है। हर आने-जाने वाले पर नजर रखी जा रही है। शनिवार व रविवार को अयोध्या में ड्रोन कैमरों के जरिये भी चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जायेगी। एडीजी लखनऊ जोन राजीव कृष्ण भी अयोध्या में कैंप कर रहे हैं।
पर्याप्त फोर्स और एटीएस कमांडो
डीजीपी मुख्यालय से अयोध्या में कानून-व्यवस्था की कमान संभालने के लिए एडीजी तकनीकी सेवायें आशुतोष पांडेय व डीआइजी रेंज झांसी सुभाष सिंह बघेल के अलावा तीन एसपी, 10 एएसपी, 21 डिप्टी एसपी, 160 निरीक्षक, 700 सिपाही, 42 कंपनी पीएसी व पांच कंपनी आरएएफ के अलावा एटीएस कमांडो का दस्ता भी मुस्तैद किया गया है।
अधीनस्थों को कड़े निर्देश
शुक्रवार शाम से ही अयोध्या पहुंचने वालों की निगरानी बढ़ा दी गई। खासकर स्टेशन पर अधिक सक्रियता बरती जा रही है। संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखने के कड़े निर्देश दिये गए हैं। सुरक्षा मुख्यालय के एसपी राजेश पांडेय समेत अन्य अधिकारी भी अयोध्या में मुस्तैद हैं। शुक्रवार शाम पुलिस अधिकारियों ने ब्रीफिंग कर सुरक्षा-व्यवस्था के प्लान पर विस्तृत चर्चा करने के साथ ही अधीनस्थों को कड़े निर्देश भी दिये।
किसी को भयभीत होने की जरूरत नहीं
अयोध्या के जिलाधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि किसी को डरने एवं भयभीत होने की जरूरत नहीं। शासन एवं पुलिस उनके साथ है। पलायन के सवाल पर उन्होंने कहाकि ऐसा कोई प्रकरण उनके संज्ञान में नहीं है। मेला के दौरान जिस तरह फोर्स बढ़ाई जाती है, उसी तरह भीड़ के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए फोर्स बुलाया गया है। हर क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। डीएम ने कहा कि रामलला के दर्शन के लिए किसी भी व्यक्ति को दर्शन-पूजन में असुविधा नहीं होगी। पूर्ववत व्यवस्था प्रभावी रहेगी। सुप्रीमकोर्ट स्रह्य यथास्थिति आदेश का अनुपालन कराया जाएगा। उन्होंने कहाकि तलाशी के बाद दर्शन के लिए भेजा जाएगा। मोबाइल आदि ले जाना प्रतिबंधित है।