उत्तर प्रदेश में मौसम से जुड़े हादसों में 14 की मौत, महोबा का पारा 49 डिग्री
उत्तर प्रदेश में मौसम से जुड़े हादसों में 14 लोगों की मौत हो गई है। बुंदेलखंड गर्मी तो पूर्वांचल में आंधी पानी से परेशान हैं। महोबा का पारा 49 डिग्री सेलिसयस पार कर गया है।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश के आसमान से बरस रही आग से आम जनमानस बेहाल हो उठा है। अब तो गर्मी जानलेवा साबित हो रही है। मंगलवार को भी पारा का तेवर कम नहीं हुआ। मौसम से जुड़े हादसों में आज 14 लोगों की मौत हो गई है जबकि करीब 20 लोग जख्मी हैं। ऐसे में घर के बुजुर्ग धूप में जाते समय लोगों को चश्मा, टोपी, गमछा, छाता के इस्तेमाल की सलाह दे रहे हैं। लस्सी, चावल का पानी, नीबू-पानी, छांछ पीना भी लाभकारी रहेगा। भीषण तपिश से अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही है। बुंदेलखंड के महोबा में मंगलवार को अधिकतम तापमान 49 जबकि फतेहपुर में 48 डिग्र्री सेल्सियस पर पहुंच गया। उत्तर प्रदेश में बुधवार को कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है।
बुंदेलखंड में भीषण गर्मी
मंगलवार को उरई में अधिकतम तापमान 47 डिग्री, हमीरपुर में 46.05 डिग्री और बांदा में 45 डिग्री सेल्सियस रहा। फर्रुखाबाद में 43.2 डिग्री, कन्नौज में 43 डिग्री, इटावा में 44 डिग्री, कानपुर में 43.4 डिग्री सेल्सियस रहा। इलाहाबाद में पूरब की तेज हवाएं चलने से अधिकतम पारा लुढ़क गया, इससे चिलचिलाती गर्मी से कुछ राहत मिली। अधिकतम पारा 39 रहा। प्रतापगढ़ में तापमान 38.0 डिग्री तो पूर्वांचल के कई जिलों में अधिकतम तापमान 42 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया। मध्य उत्तर प्रदेश में आंधी-पानी के हादसों में पांच लोगों की मौत हो गई जबकि कई घायल हो गए। मंगलवार की रात सीतापुर, लखीमपुर, बहराइच, श्रावस्ती व गोंडा में आंधी के साथ कई जगह ओले भी पड़े। सीतापुर में बिजली गिरने से दो की मौत व मां-बेटी सहित छह लोग घायल हो गए। लखीमपुर में पांच की जान चली गई और दस जख्मी हो गए। गोंडा में हादसे में दो की मौत और एक वृद्ध घायल हो गए। उन्नाव में सोमवार शाम को आई आंधी में टूटकर गिरे तार की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं आंधी के दौरान दीवार गिरने से दबकर घायल हुई पुष्पा और बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ दिया। गांव बारीखेड़ा निवासी महिला की आंधी आने से कच्ची दीवार गिरने से मौत हो गई। फतेहपुर में लू लगने से एक युवक की मौत हो गई।
पूर्वांचल में आज आंधी की संभावना
पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में बुधवार को आंधी के साथ बारिश संभव है। कहीं-कहीं ओले भी पड़ सकते हैं। मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार बलिया, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज, बलरामपुर और इससे सटे जिलों में 50-60 किमी की गति से हवा चल सकती है। आंचलिक मौसम केंद्र के प्रभारी जेपी गुप्ता के अनुसार पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र, इलाहाबाद, कौशांबी, इटावा, फिरोजाबाद, मैनपुरी और कन्नौज में लू का प्रकोप रहेगा।
हवा की दिशा उत्तर पूर्वी और दक्षिणी पूर्वी
सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डा.अनिरुद्ध दुबे ने बताया कि अब हवा की दिशा उत्तर पूर्वी व दक्षिणी पूर्वी होगी। इसके चलते एक व दो जून को कानपुर, कानपुर देहात,हरदोई, कन्नौज, समेत अन्य जिलों में जहां गरज-चमक के साथ बारिश होगी। वहीं आंधी लोगों की मुश्किलें बढ़ाएंगी। इसके अलावा तराई क्षेत्रों जैसे लखनऊ, सीतापुर आदि में भी मौसम बदला रहेगा। उन्होंने कहा आगामी दिनों में मौसम बदलने से दिन और रात का तापमान गिर सकता है।
लू व हीटवेव से बचाव को क्या करें
- गर्मी के मौसम में अधिक से अधिक पानी पीएं।
- पसीना सोखने वाले पतले व हल्के रंग के कपड़े पहनें।
- धूप में जाते समय चश्मा, टोपी, गमछा, छाता का प्रयोग करें।
- यात्रा करते समय अपने पास पर्याप्त मात्रा में पानी रखें।
- लस्सी, चावल का पानी, नीबू-पानी, छांछ आदि का प्रयोग करें।
- बेहोशी या बीमारी अनुभव होने पर चिकित्सीय सलाह अवश्य लें।
- बच्चों व पालतू जानवरों को धूप में जाने से रोकें।
- दोपहर में 11 बजे से चार बजे तक धूप में निकलने से बचें।
- अधिक तापमान होने पर के श्रम साध्य कार्य कतई न करें।
शीतलपेय पदार्थ पहली पसंद बने
गर्मी से निजात पाने के लिए लोग तरह तरह से उपाय कर रहे हैं लेकिन लोगों की मुश्किल उस समय और बढ़ गई जब थोड़ी थोड़ी देर में फाल्ट सुधारने के नाम पर बिजली गुल हो जाती है। गर्मी से राहत पाने के लिए लस्सी, आइसक्रीम, शीतल पेय पदार्थ लोगों की पहली पसंद बने हैं लेकिन क्षणिक राहत के बाद हालात पुन: वैसे ही हो जा रहे हैं। गर्मी के कारण निजी से सरकारी अस्पतालों तक मरीजों की संख्या बढ़ गयी। मौसम विभाग की माने तो अगले दो दिन तक गर्मी का कहर कम होने की संभावना नहीं है। विभिन्न जिलों के चिकित्साधिकारियों ने गर्मी में बढऩे वाले संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया है।
उल्टी-दस्त के मरीज बढ़े
मई माह में लगातार मौसम में उतार चढ़ाव देखा जा रहा है। पिछले दो दिनों से बुंदेलखंड़ और आसपास के जिलों में तापमान 48 डिग्री के इर्द-गिर्द है। नतीजा यह है चटक धूप से हीट स्ट्रोक से लोग प्रभावित हैं जबकि अस्पताल में डायरिया, उल्टी-दस्त के मरीज बढ़ गए है जबकि गर्मी के चलते बाजारों में सन्नाटा रहा। आग उगलती सूरज की किरणें और गर्म हवाएं तन-बदन झुलसा दे रहीं हैं।