लोगों को लू से बचने के बारे में जागरूक करें कमिश्नर और डीएम
गर्मी के इस प्रकोप को देखते राहत आयुक्त संजय कुमार ने मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को लोगों को गर्मी और लू से बचाव के प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया है।
लखनऊ (जेेएनएन)। उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी है। तापमान 48 डिग्री पार कर रहा है। इसके चलते लू लगने, डायरिया और उल्टी-दस्त की शिकायत होने की आशंका बढ़ गई है। सरकार ने इसके लिए आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए हैं। गर्मी के इस प्रकोप को देखते राहत आयुक्त संजय कुमार ने मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को लोगों को गर्मी और लू से बचाव के प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि मंडलायुक्त व जिलाधिकारी विभिन्न प्रचार माध्यमों के जरिये लोगों को लू से बचने के साथ उनके लक्षण और प्राथमिक उपचार के बारे में बताएं।
लू से बचने के उपाय, लक्षण और प्राथमिक उपचार
पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थों (छाछ, नीबू पानी, आम का पना) का उपयोग करें। यात्रा के दौरान पानी साथ रखें। निर्जलीकरण से बचने के लिए पानी के साथ ओआरएस का प्रयोग करें। संतुलित हल्का और नियमित भोजन करें। अधिक प्रोटीन वाले तथा बासी खाना खाने से बचें। हल्के रंग के सूती एवं ढीले कपड़े पहनें, संभव हो दोपहर 12 से तीन बजे की धूप से बचें। सर ढककर ही बाहर निकलें। लू लगने पर प्रभावित व्यक्ति को छाया में लिटाकर सूती गीले कपड़ों से पोछें या नहलाएं और चिकित्सक से संपर्क करें।
लू लगने के लक्षण
कमजोरी, सिर दर्द, उल्टी, तेज पसीना, झटके और चक्कर आना आदि।