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हैलो भईया...क्या 2000 के नोट बंद हो गए, बड़े व्यापारियों में अध‍िक रुपया जमा करने पर जांच शुरु होने की दहशत

आठ नवंबर 2016 में शाम आठ बजे जब पीएम मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी इसके बाद हर कोई परेशान हो उठा था। ठीक वैसी ही हलचल शुक्रवार शाम को 2000 के नोट आरबीआई वापस लेगा घोषणा के बाद शुरु हुई। देर रात तक फोनों की घंटी बजती रही।

By Prabhapunj MishraEdited By: Prabhapunj MishraPublished: Sat, 20 May 2023 09:21 AM (IST)Updated: Sat, 20 May 2023 09:21 AM (IST)
हैलो भईया...क्या 2000 के नोट बंद हो गए, बड़े व्यापारियों में अध‍िक रुपया जमा करने पर जांच शुरु होने की दहशत
RBI To Withdraw Rs 2000 Notes: आरबीआई वापस लेगा 2000 के नोट

लखनऊ, जागरण संवाददाता। RBI To Withdraw Rs 2000 Notes नोट बंदी आठ नवंबर 2016 को हुई थी, कुछ इसी तरह की हलचल रिजर्व बैंक आफ इंडिया द्वारा दो हजार की नोट वापसी को लेकर हुई घोषणा के बाद शहर में दिखी। जैसे ही देर शाम मीडिया में दो हजार की नोट बंद होने की खबर फैली, वैसे ही लोग इसके बारे में पता करने में जुट गए। कोई अपने जानने वाले बैंक अधिकारी व कर्मचारी को फोन मिला रहा था तो कोई मीडिया से बेहतर जानकारी जानने की कोशिश में देर रात तक लगा रहा।

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कुछ लोग हजरतगंज स्थित स्टेट बैंक आफ इंडिया की कैश डिपाजिट मशीन में पैसा जमा करने भी पहुंचे। व्यापारियों में भी आरबीआइ द्वारा दो हजार की नोट वापस लेने को लेकर हलचल मची रही। एक व्यापारी ने फोन करके पूछा भी क्या दो हजार की नोट बंद हो रहे हैं, मेरे पास तो कुछ नोटें हैं, जमा करने की प्रकिया क्या है और कब से बैंक लेगा? बैंक ऐसे लोगों का कोई डाटा तो नहीं रखेगा। एक व्यक्ति अगर प्रति दिन दस नोटें बैंक में जमा करे तो कोई पूछताछ तो नहीं होगी।

ऐसे सवालों को लेकर लोग एक दूसरे से फोन करके पूछते रहे। वहीं बैंक अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि आरबीआई ने देर शाम को दो हजार नोटों को लेकर गाइडलाइन जारी की हैं, अगर कोई ई मेल मुख्य शाखा से आया होगा, तभी कोई नियम व शर्तें पता हो सकती हैं। वहीं बड़े व्यापारियों में भय है कि कही अधिक पैसा जमा करने पर कोई जांच न शुरू हो जाए। इसलिए लोग पैसे को कर्मचारियों के वेतन व अन्य खर्चें में समायोजित करने में लग गए हैं।

2018 से नहीं छप रहा 2000 का नोट

वर्ष 2018-19 से ही दो हजार का नोट छपना बंद हो गया था। नोट वापसी पर सरकार ने कुछ नहीं कहा है। यही नहीं जो नोट दो हजार का बैंक में जाता था, वह वापस नहीं आता था। आरबीआइ ने भी बयान दिया था कि किसी भी करेंसी की लाइफ चार से पांच साल मानकर चलते हैं, लेकिन चिंता यहां दूसरी थी कि नोट का एक बड़ा हिस्सा कही फंसा था, आज के दिन भले कुल पैसों का दस फीसद था, जो यह लगभग पौने चार लाख करोड़ का मामला है। यह दो हजार का नोट एक लाख से पांच लाख की कमाई वालों के पास हो सकता है, इससे कम वेतन वालों के पास शौकिया भले दो चार नोट निकल आए।मनोज अग्रवाल, अर्थशास्त्री


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