Gyanvapi Case: ममता दीदी ने भगवान शिव की तरफ देख रहे नंदी के कान में आखिर क्या कहा, फिर वायरल हो रही तस्वीर
Gyanvapi Case यूपी चुनाव में ममता बनर्जी वाराणसी पहुची थीं। बाबा दरबार में आकर वहां नंदी के कान में अपनी मन्नत मांगी जो चर्चा में आ गई थी। अब जब ज्ञानवापी मस्जिद का मुद्दा गरमा गया है कि तब लोग उनकी उसी तस्वीर को साधा कर चुटकी ले रहे।
लखनऊ, जेएनएन। Gyanvapi Masjid Survey Report: बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ जनसभा को संबोधित करने वाराणसी पहुंची थीं। उस समय उन्होंने काशी विश्वनाथ स्थित बाबा के दर्शन भी किए थे। उस वक्त ममता दीदी की एक तस्वीर खूब वायरल हुई थी जिसमें वह भगवान भोले शंकर के प्रिय नंदी के कान में मन्नत मांगते हुए दिख रही हैं। यह वही नंदी हैं जो ज्ञानवापी मस्जिद में मिले कथित शिवलिंग की तरफ देख रहे हैं। अब लोग इंटरनेट मीडिया पर उसी तस्वीर को पोस्ट कर खूब चुकटी ले रहे हैं कि नंदी से उन्होंने आखिर क्या मांग लिया?
यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी वाराणसी पहुची थीं। बाबा दरबार में आकर वहां स्थित नंदी के कान में अपनी मन्नत मांगी जो चर्चा में आ गई। हालांकि, तब उन्होंने बाबा दरबार में नंदी के कान में क्या मनौती मांगी यह स्पष्ट नहीं हुआ था। अब जब वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद का मुद्दा गरमा गया है कि तब लोग ममता बनर्जी की उसी तस्वीर को खूब साधा कर रहे हैं।
बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की नंदी महाराज के कान में मन्नत मांगते तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर लोग कमेंट कर रहे हैं कि 'कुछ कहीं हैं हमरी नंदी के कान में... तभी तो...'। डा अरविंद राय लिखते हैं 'कुल बवाल क जड़ इहे टीएमसी वाली हौ, इहां आके नंदी के कान में पता नाहीं का बोल देहली कि सर्वे शुरू हो गइल, नंदी भड़क गइलन।'
बता दें कि वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सर्वे का काम पूरा हो चुका है। रिपोर्ट भी वाराणसी कोर्ट में पेश कर दी गई है। ज्ञानवापी मस्जिद परिसद के सर्वे के दौरान वहां स्थित वजूखाने में शिवलिंग मिलने का दावा किया गया है। हिंदू पक्ष के सदस्यों ने कहा है कि ज्ञानवापी में जितना सोचा था उससे ज्यादा साक्ष्य मिले हैं। वहां बाबा मिल गए हैं, जिनकी नंदी प्रतीक्षा कर रहे थे।
ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर सुप्रीम कोर्ट में भी गुरुवार को सुनवाई हुई। हालांकि यह सुनवाई महज पांच मिनट चली। इस दौरान जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि निचली अदालत, यानी बनारस कोर्ट, जहां सुनवाई हो रही है, वो इस मामले पर कोई भी एक्शन लेने से बचे। कोर्ट ने कहा कल तक इस मामले में सुनवाई टाल दें। कल, यानी शुक्रवार को तीन बजे इस मामले पर सुनवाई करेंगे।