डिलीवरी ब्वॉय से छीनते थे सामान, बाद में अपनाया ठगी का दूसरा रास्ता-हत्थे चढ़ा ग्वालियर का गिरोह Lucknow News
लखनऊ में पकड़ा गया ग्वालियर के ठगों का गिरोह। पहले डिलीवरी ब्वॉय से छीनते थे सामान बाद में बदला तरीका।
लखनऊ, जेएनएन। ई-कॉमर्स कंपनी को करोड़ों का चूना लगाने वाला गिरोह तीन साल से सक्रिय था। अलग-अलग शहरों में जालसाज अपना जाल बिछाते थे और मोटा रुपया कमाने के बाद शहर छोड़कर भाग जाते थे। साइबर क्राइम सेल की पड़ताल में सामने आया है कि ग्वालियर का गिरोह इस काम को अंजाम दे रहा है। कुछ माह पहले राजधानी में पकड़े गए राजकुमार मीणा उर्फ राहुल को जमानत पर छूटने के बाद ठगी के ऐसे ही मामले में ग्वालियर पुलिस ने भी पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया है। राजकुमार को कोटा पुलिस ने भी पहले गिरफ्तार किया था।
तीन साल से सक्रिया है गिरोह
सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र के मुताबिक राजकुमार का गिरोह वर्ष 2016 से सक्रिय है। बदमाश गलत पते और फर्जी आइडी से लिए गए सिम कार्ड पर कीमती सामान का ऑर्डर देते थे। इसके बाद डिलीवरी मैन को फोन कर कहीं और बुलाते थे और फिर उनसे सामान छीनकर भाग जाते थे।
पीछे पड़ी पुलिस तो बदला तरीका
लूट की घटना होने से पुलिस आरोपितों का पीछा करती थी। पुलिस को सक्रिय देख आरोपितों ने यह तरीका बदल दिया और उन्होंने अमेजन कंपनी से महंगे फोन ऑर्डर करना शुरू कर दिया। इसके बाद डिलीवरी मैन से सामान लेकर उसे बातों में उलझाए रखते थे। चंद मिनट में ही पैकेट से मोबाइल निकालकर उसमें साबुन की टिकिया रखकर उसे लौटा देते थे।
मोटी रकम कमाने के लिए शुरू किया था प्रोटीन
करोड़ों रुपये की ठगी करने के बाद आरोपितों का मनोबल बढ़ता गया और वे मोटी रकम कमाने के लिए आइसोप्योर और गोल्ड स्टैंडर्ड प्रोटीन के डब्बे ऑर्डर करने लगे। इसके बाद पैकेट से प्रोटीन निकालकर उसे वापस कर देते थे। प्रोटीन की कीमत ज्यादा होने के कारण जालसाजों को बाजार में मोटी रकम मिल जाती थी। गौरतलब है कि रविवार को हजरतगंज पुलिस ने अमेजन की पैकिंग से असली माल निकालकर बेचने के आरोप में जयपुर निवासी साहित सोनी और राहुल राठौर को गिरफ्तार किया था।