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Corona Vaccination in UP: यूपी में कोरोना टीकाकरण केंद्रों पर भारी भीड़, कम पड़ रही वैक्सीन

Corona Vaccination in UP यूपी में जहां फिर से कोरोना मरीज बढ़ रहे हैं तो वहीं टीका लगवाने के लिए लाइन में लगे लोगों को मायूसी हाथ लग रही है। वैक्सीन को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है लेकिन मांग के अनुसार टीके पूरा करने में पसीने छूट रहे हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 07:00 AM (IST)
Corona Vaccination in UP: यूपी में कोरोना टीकाकरण केंद्रों पर भारी भीड़, कम पड़ रही वैक्सीन
उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीन को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है लेकिन मांग के अनुसार आपूर्ति नहीं हो रही।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में एक ओर जहां फिर से कोरोना से संक्रमित मरीज बढ़ रहे हैं तो वहीं टीका लगवाने के लिए लाइन में लगे लोगों को मायूसी हाथ लग रही है। वैक्सीन को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है, लेकिन मांग के अनुसार टीके पूरा करने में पसीने छूट रहे हैं। जुलाई में तीन करोड़ टीके लगाने का लक्ष्य तय किया गया था, जबकि सिर्फ 1.55 करोड़ वैक्सीन ही लग पाईं। गुरुवार को भी 16 लाख वैक्सीन जिलों में भेजी गईं। फिर भी टीके कम पड़ रहे हैं।

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निजी अस्पताल भी टीकाकरण में बेरुखी दिखा रहे हैं। सरकारी अस्पताल में मुफ्त टीका लगाए जाने के सापेक्ष प्राइवेट अस्पतालों में शुल्क लिए जाने के कारण भी यहां लोग कम आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश में कुल 3652 टीकाकरण केंद्रों में से सिर्फ 63 केंद्र निजी अस्पतालों में हैं। राज्य को दिए जाने वाले कुल टीके की 25 प्रतिशत वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों को बीते जून माह के अंतिम सप्ताह से देने की व्यवस्था की गई थी। इसी तरह इस महीने 48 लाख वैक्सीन निजी अस्पतालों के लिए आवंटित की गईं, लेकिन यह अस्पताल मात्र आठ लाख वैक्सीन ही लगा पाए। 40 लाख वैक्सीन वापस हो जाएंगी। दरअसल प्राइवेट अस्पताल में कोविशील्ड लगाने के लिए 780 रुपये, कोवैक्सीन के लिए 1410 रुपये और स्पूतनिक के लिए 1145 रुपये प्रति डोज शुल्क लिया जा रहा है।

सबसे ज्यादा उत्साह युवाओं में : टीका लगवाने को लेकर सबसे ज्यादा उत्साह युवाओं में है। मात्र दो महीने में ही 18 से 44 वर्ष की उम्र के 2.14 करोड़ लोगों ने टीके लगवाए हैं। 45 से 60 वर्ष की आयु के 1.53 करोड़ और 60 वर्ष से अधिक उम्र के एक करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। गुरुवार को 4.21 लाख टीके ही लगाए जा सके। फिलहाल अब जिलों में 16 लाख वैक्सीन भेजी गई हैं, इससे कुछ रफ्तार बढ़ेगी। मालूम हो कि अब तक एक दिन में सबसे ज्यादा 10.26 लाख टीके 23 जुलाई को लगाए गए थे। जून में राज्य सरकार ने एक करोड़ टीके लगाने का लक्ष्य तय किया था, जिसके मुकाबले 1.29 करोड़ टीके लगाए गए। ऐसे में लोगों में उत्साह बढ़ा और राज्य सरकार ने भी जुलाई का लक्ष्य बढ़ाकर तीन करोड़ कर दिया, लेकिन टीके कम मिलने के कारण तय लक्ष्य से आधे टीके ही लग पाए हैं।

अगस्त में यूपी को मिलेंगे दो करोड़ टीके : केंद्र सरकार यूपी को अगले महीने दो करोड़ टीके देगी। इसमें 1.54 करोड़ वैक्सीन सरकारी अस्पतालों को मुफ्त दी जाएगी, जबकि 45.88 लाख टीके प्राइवेट अस्पतालों को निर्धारित शुल्क लेकर दिए जाएंगे। मुख्य सचिव आरके तिवारी की अध्यक्षता में गुरुवार को स्टियरिंग कमेटी की बैठक में टीकाकरण अभियान की समीक्षा की गई। उन्होंने चित्रकूट, ललितपुर, कौशांबी और कासगंज जैसे जिलों में जहां कम टीके लगाए गए हैं, वहां अभियान तेज करने के निर्देश दिए।

दूसरी डोज लगवाने नहीं पहुंचे 38 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर : मुख्य सचिव आरके तिवारी ने सभी डीएम को निर्देश दिए हैं कि वह व्यापारी संगठनों व औद्योगिक प्रतिष्ठानों के साथ बैठक कर अभियान में तेजी लाएं। इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर व सीएम हेल्पलाइन की मदद से ऐसे लोगों को फोन कर बुलाया जाए, जिन्होंने अभी दूसरा टीका नहीं लगवाया है। उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 4.67 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। अभियान के तहत कुल नौ लाख हेल्थ केयर वर्करों को वैक्सीन लगाई जानी है, लेकिन अभी 24 फीसद हेल्थ वर्करों ने टीके की दूसरी डोज नहीं लगवाई है। इसी तरह 10 लाख फ्रंटलाइन वर्करों में से 38 प्रतिशत ने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाई है।


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