मीरजापुर में पाकिस्तानी टिडि्डयों की दस्तक, लखनऊ में भी अलर्ट
पाकिस्तानी टिड्डियों का दल मीरजापुर पहुंचा हमीरपुर की ओर से आने वाले दल से खतरे में है लखनऊ।
लखनऊ, जेएनएन। आगरा और झांसी से राजस्थान व मध्य प्रदेश की ओर रुख कर चुकीं टिडि्डयों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने भले राहत की सांस ली हो, लेकिन खतरा अभी बना हुआ है। वहीं बुधवार को सोनभद्र में दस्तक दे चुका टिडि्डयोें का दल गुरुवार को मीरजापुर के लालगंज हालियां क्षेत्र मे दस्तक दे चुका है। इससे वहां के ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ है। राजधानी में भी हमीरपुर की ओर से आने वाले दल से खतरा बना हुआ है। इसके चलते सभी को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
टिड्डा नियंत्रण के नोडल अधिकारी डाॅ.सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अधिकारियों की सूझ बूझ से टिडि्डयों के दल को एमपी बाॅर्डर की ओर जाने पर मजबूर कर दिया गया है। बावजूद इसके हवा का रुख बदलेगा तो उनके वापस आने की संभावना बढ़ जाएगी। सोनभद्र से मीरजापुर आया दल अब रात्रि विश्राम करेगा, उसी बीच उन पर कीटनाशक से हमला किया जाएगा। पाकिस्तान के रास्ते देश में दस्तक देने वाले दल की संख्या 10 लाख थी जो अब कई भागों में विभाजित हो गई। ऐसे में नियंत्रण में आसानी होगी। राजधानी में भी तैयारियां पूरी हैं। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और पानी के टैंकर वाले टैक्टर तैयार हैं। जिला कृषि रक्षा अधिकारी धनंजय सिंह ने बताया कि हमीरपुर में नदी के आसपास झुंड देखा गया है। कानपुर देहात के रास्ते राजधानी में दाखिल होने से पहले लखनऊ-कानपुर सीमा पर ही उन्हें तीव्र गति से कींटनाशक का छिड़काव कर राेकने का प्रयास किया जाएगा। किसानों को भी सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम को जानकारी देने की हिदायत दी गई है।
कीटनाशक की गुणवत्ता पर नजर
टिडि्डयों से फसल बचाने के लिए क्लोरोपायरीफास 50 फीसद या डेल्टामैथ्रिन 28 फीसद मात्रा की एक मिली एक लीटर पानी में घोलकर पेड़ों पर छिड़काव करना है। इसके अलावा क्लोरोपायरीफास 20 फीसद की ढाई मिली.मात्रा को एक लीटर पानी में घोलकर फाेर्स से छिड़काव करने से भी ये भाग जाएगा। कीटनाशक की गुणवत्ता की जांच के लिए भी दल लगाया गया है तो कीटनाशक रिजर्व रखने के साथ ही गुणवत्ता पर नजर रखेगा।