CoronaVirus: क्वारंटाइन लोगों को भोजन न देने वाले ग्राम प्रधान को जेल, VDO निलंबित
श्रावस्ती ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) को सस्पेंड कर दिया गया है।
श्रावस्ती, जेएनएन। CoronaVirus: कोरोना वायरस से बचाव को लेकर लापरवाही बरतने वालों पर डीएम के तेवर तल्ख हो गए हैं। क्वारंटाइन किए गए लोगों को भोजन मुहैया न कराने वाले ग्राम प्रधान पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया, जबकि ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) को सस्पेंड कर दिया गया है।
जिलाधिकारी यशु रुस्तगी ने क्वारंटाइन केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान जमुनहा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय ओदाही में व्यवस्थाएं असंतोषजनक पाई गईं। इस विद्यालय में कुल 16 लोग क्वारंटाइन में रखे गए हैं। क्वारंटाइन लोगों से बात करने पर पता चला कि यह लोग तीन तारीख से रखे गए हैं, लेकिन ग्राम प्रधान व वीडीओ द्वारा अभिलेखों में दो अप्रैल से ही इन्हें क्वारंटाइन दिखाया जा रहा है, जो सरकार को आर्थिक क्षति पहुंचाने के लिए अभिलेखों में जालसाजी की गई है।
ग्राम प्रधान व वीडीओ द्वारा तीन अप्रैल से इनके लिए चाय, नाश्ता व भोजन की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जबकि प्रत्येक क्वारंटाइन केंद्र के लिए रुपये 90 रुपये प्रतिदिन प्रति मरीज के हिसाब से नाश्ता, दोपहर व रात के भोजन की व्यवस्था की गई है। इसके बावजूद ग्राम प्रधान व वीडीओ द्वारा क्वारंटाइन केंद्र पर खाने के कोई इंतजाम नहीं किए थे। इस पर डीएम ने ग्राम प्रधान को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया और ग्राम विकास अधिकारी नानबाबू यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि क्वारंटाइन केंद्रों पर रहने वाले लोगों के नाश्ता व खाना की व्यवस्था के साथ कोई खिलवाड़ बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
आगे यदि किसी भी क्वारंटाइन केंद्र पर पुनः ऐसी स्थिति पाई जाती हैं, तो दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद जिलाधिकारी ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय मनवरिया दीवान व कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में किए गए क्वारंटाइन लोगों की समस्याओं के बारे में जानकारी ली।