महिलाओं की प्रगति देश के लिए शुभ संदेश : राम नाईक
राज्यपाल ने महिलाओं को भेंट की ई-रिक्शा की चाबी, महिलाओं को उद्यमी बनाने के उद्देश्य से फिक्की एफएलओ ने लखनऊ चैप्टर को किया एक्टिवेट।
लखनऊ[जागरण संवाददाता]। राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि पहले महिलाएं ज्यादातर शिक्षिका या नर्स ही बनती थीं, लेकिन आज हर क्षेत्र में महिलाएं अपना नाम रोशन कर रहीं हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं के अलावा केंद्र सरकार की ओर से देश की महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। महिलाओं की यह प्रगति देश के लिए शुभ संदेश है। महिला उद्यमियों को सफलता के लिए भविष्य की कार्ययोजना तैयार करने का मंत्र देते हुए राज्यपाल ने कहा कि महिलाएं ऐसा काम करें जिससे न केवल उनको, बल्कि अन्य महिलाओं को भी रोजगार मिले। मेहनत करना महिलाओं के डीएनए में है।
वह राजभवन में फिक्की लेडीज ऑर्गेनाइजेशन (एफएलओ) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। सोमवार को चार गरीब महिलाओं को ई-रिक्शा की चाबी भेंट कर फिक्की एफएलओ लखनऊ-कानपुर चैप्टर ने स्वयं के लखनऊ चैप्टर को एक्टिवेट किया। कार्यक्त्रम में राज्यपाल राम नाईक ने सुनीता साहू, नसरीन, अर्चना सिंह व सबीहा को ई-रिक्शे की चाबी भेंट कर बेहतर भविष्य के लिए बधाई दी। राज्यपाल ने कहा कि जब मैं बीकॉम कर रहा था तो उस समय मेरी कक्षा में केवल चार लड़किया थीं, लेकिन आज 50 फीसद लड़कियों की हिस्सेदारी है। इसका श्रेय तत्कालीन प्रधानमंत्री व लखनऊ से सासद रहे अटल बिहारी बाजपेयी को जाता है, उन्होंने सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चियों की शिक्षा के लिए जो कार्य किया था वह आज नजर आ रहा है। राज्यपाल होने के नाते में मैं प्रदेश के 77 विश्वविद्यालय का कुलाधिपति भी हूं। इसमें 28 सरकारी विवि हैं। विवि में 51 फीसद लड़किया हैं, जिन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त कर डिग्री हासिल की है, जबकि लड़कों की हिस्सेदारी 49 फीसद है। इसी तरह विवि के पुरस्कारों में लड़कियों का फीसद 66 है। महिलाओं को शिक्षित बनाकर ही देश की तरक्की संभव है।
अपनी तरक्की का श्रेय अपने परिवार को देते हुए उन्होंने कहा केंद्र व प्रदेश सरकार से कौशल विकास योजना को और व्यावहारिक बनाने की अपील की। साथ ही संस्था के पदाधिकारियों को अंग्रेजी भाषा की जगह हंिदूी पर अधिक जोर देने का सुझाव देते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्त्रमों से राजभवन की गरिमा बढ़ती है।
मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि संगठन जिस रफ्तार से महिलाओं के उद्यमी बनाने का काम कर रहा है वह प्रशसनीय है। केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार में महिलाओं के समर्थन का माहौल मिल रहा है, दोनों सरकारों की ओर से महिला सशक्तीकरण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसी दिशा में सरकार ने सभी बैंकों को आदेश दिया है कि वह अपने क्षेत्र में किसी एक महिला को तलाश कर उसको उद्यमी बनाने में सहायता करें। इस पहल से लाखों महिलाओं को लाभ मिलेगा। एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत भी महिलाओं का एक समूह तैयार करने का काम किया जा रहा है। सेवा बैंक से आर्थिक सहायता प्राप्त करने वाली 98 फीसद महिलाओं ने कर्ज अदा किया है, वह कर्ज अदा करने से भागती नहीं है। इसलिए महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए बैंक अधिक से अधिक लोन दें।
महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रयास से महिलाएं नई उड़ान भर अपना परचम लहरा रही हैं। केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से भरपूर अवसर मिल रहे हैं। जब भी महिलाओं को अवसर मिला उन्होंने अपनी काबिलियत साबित करके दिखाई है। लखनऊ कानपुर चैप्टर की एफएलओ चेयरपर्सन रेणुका टंडन ने राज्यपाल राम नाईक, कैबिनेट मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी व महापौर संयुक्ता भाटिया को ग्रीन सर्टिफिकेट भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं की छुपी प्रतिभा को निखार उद्यमी बनाने के उद्देश्य से लखनऊ चैप्टर को एक्टिवेट किया है। स्वंय फिक्की एफएलओ की एक पहल है, जो उभरती और मौजूदा महिला उद्यमियों को सहयोग प्रदान करती है सशक्त बनाती है।
नेशनल हेड एफएलओ रति ढाढनिया ने कहा कि एफएलओ स्वयं अपने मेंटरशिप एंव गाइडेंस प्रोग्राम के माध्यम से देशभर में जिंदगियों को बदल रहा है। कार्यक्त्रम में फिक्की की सीनियर वाइस चेयरपर्सन अनुराधा वाष्ण्रेय, दीपाली गर्ग, माधुरी हलवासिया व दीपाली चोपड़ा सहित अन्य महिलाएं शामिल रहीं।