तबादला नीति पर राज्यपाल ने दिए सुझाव, जानिए क्या है कारण
राज्यपाल ने कहा कि किसी भी सरकार में बेहतर प्रशासन के लिए अफसरों को पर्याप्त समय मिले ताकि वह क्षेत्र और समस्याओं से परिचित हो सकें।
लखनऊ, जेएनएन। मौका था पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा आयोजित तेल संरक्षण माह के आगाज का लेकिन, इशारों-इशारों में राज्यपाल राम नाइक ने सरकारों द्वारा पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के जल्दी तबादला करने की नीति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पर्याप्त समय नहीं मिलेगा तो अफसर बेहतर परिणाम कैसे देंगे। गोमतीनगर में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि किसी भी सरकार में बेहतर प्रशासन के लिए अफसरों को पर्याप्त समय मिले ताकि वह क्षेत्र और समस्याओं से परिचित हो सकें।
उन्होंने कहा कि अगर समय नहीं मिलेगा तो फिर वह काम नहीं कर पाएंगे। हर क्षेत्र के लिए यह बात लागू होती है। हालांकि राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि यह संदर्भ केवल पेट्रोलियम मंत्रालय को लेकर दिया है। 1963 में पेट्रोलियम मंत्रालय के अस्तित्व में आने के बाद से अटल जी की सरकार आने तक कोई भी पांच साल तक पेट्रोलियम मंत्री नहीं रहा। एक-दो साल के अंतराल पर मंत्री बदलते रहे जिससे योजनाएं प्रभावित रहीं। 1999 में राजग सरकार में मैं पांच साल पेट्रोलियम मंत्री रहा। इस दौरान तमाम काम करने का मौका मिला। समय मिला तभी पॉलिसी पर काम कर पाया।
लखनऊ के प्रदूषण पर जताई चिंता
राज्यपाल ने लखनऊ में बढ़ते प्रदूषण को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जब मैं प्रदूषण को लेकर खबरों में लखनऊ के बारे में सुनता हूं तो चिंता होती है। केवल प्रशासन अपने दम पर प्रदूषण को कम नहीं कर सकता इसके लिए सबको मिलकर काम करने की जरूरत है।
छोटे-छोटे प्रयासों से बचेगा तेल
राज्यपाल ने कहा आम लोग छोटे-छोटे प्रयासों से तेल सरंक्षण में मददगार साबित हो सकते हैं। खाना पकाने में सावधानी बरतें और रेड सिग्नल पर वाहन बंद कर दें। वाहनों के बजाए साइकिल या पैदल दूरी तय करें। सार्वजनिक वाहनों का अधिक इस्तेमाल करें। ऐेसे तमाम उपाय हैं जिनसे आप बहुमूल्य पेट्रोलियम पदार्थों को बचा सकते हैं।
बच्चों ने ली शपथ
आईओसी के राज्य समन्वयक एके गंजू की मौजूदगी में स्कूली ब'चों ने तेल संरक्षण को लेकर शपथ ली। पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा 16 जनवरी से 15 फरवरी तक तेल संरक्षण माह आयोजित किया जा रहा है।