विनोद खन्ना के निधन से गवर्नर राम नाईक व सीएम योगी आदित्यनाथ दुखी
विनोद खन्ना ने 1997 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर राजनीतिक करियर की शुरुआत की। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
लखनऊ (जेएनएन)। भारतीय जनता पार्टी के नेता तथा फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना का आज लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
विनोद खन्ना के निधन के बाद से आज फिल्म जगत के साथ राजनीतिक गलियारे में भी शोक की लहर दौड़ गई। विनोद खन्ना ने बॉलीवुड में वर्षों तक राज किया और 1998 के लोकसभा चुनावों के दौरान वह भाजपा से जुड़े और अपना पहला चुनाव गुरदासपुर से लड़कर सांसद बने। उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में पर्यटन और विदेश राज्य मंत्री बनाया गया। खन्ना 2014 का लोकसभा चुनाव भी गुरदासपुर से जीते थे। पिछले काफी दिनों से वह अपनी बीमारी के चलते राजनीति में सक्रिय नहीं दिखाई दे रहे थे। खन्ना का निधन पंजाब भाजपा के लिए भी एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।
अभिनेता और भाजपा सांसद श्री विनोद खन्ना के असामयिक निधन का समाचार अत्यंत पीड़ादायी है। ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे।— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 27, 2017
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। विनोद खन्ना ने वर्ष 1997 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। इसके अगले वर्ष 1998 में ही वो 12वें लोकसभा चुनाव में पहली बार पंजाब के गुरुदासपुर सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। वर्ष 1999 में विनोद खन्ना दोबारा से गुरुदासपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतने में कामयाब रहे। वर्ष 2002 में केंद्र सरकार में उन्हें केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री बनाया गया। छह माह में ही उन्हें केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री का अहम पद सौंप दिया गया।
इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं श्री विनोद खन्ना जी के परिवार के साथ हैं।— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 27, 2017
उनका जन्म 6 अक्टूबर 1946 को तत्कालीन पाकिस्तान प्रांत के पेशावर में हुआ था। वैसे तो विनोद खन्ना ने फिल्मी पर्दे से अपने करियर की शुरुआत की और तमाम हिट फिल्में दी। फिल्मों की तरह ही विनोद खन्ना राजनीति के गलियारों में भी एक हिट नेता साबित हुए, जिन्होंने संसद सदस्य बनने से लेकर केंद्रीय मंत्री पद तक का सफर तय किया। वर्ष 2004 में लोकसभा चुनाव में विनोद खन्ना ने गुरुदासपुर से ही तीसरी बार चुनाव जीता। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में विनोद खन्ना को गुरुदासपुर की सीट से कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा के हाथों मामूली अंतर से हार का मुंह देखना पड़ा। 16वे लोकसभा चुनाव में विनोद खन्ना ने इसी सीट से अपने पुराने प्रतिद्वंदी प्रतापसिंह बाजवा को पटखनी देखकर अपनी पुरानी हार का बदला ले लिया। विनोद खन्ना 70 वर्ष के थे। उन्होंने 141 फिल्मों में काम किया था।